INDvsSL: इस समय भारत और श्रीलंका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। जहां पहले टेस्ट को जीतक टीम इंडिया ने सीरीज में 1-0 से आगे है। वहीं, आज यानी 12 मार्च को दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट खेला जाना है, जो डे-नाइट होगा। बता दें कि इस सीरीज के लिए जहां टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया। तो वहीं, एक ऐसा सीनियर खिलाड़ी भी है जिसे सेलेक्टर्स द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। दरअसल ये खिलाड़ी और कोई नहीं भवुनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) है, जिन्हें टीम इंडिया की Test Team में जगह नहीं मिली है। ऐसे में Bhuvneshwar के करियर के ऊपर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
Bhuvneshwar Kumar को टेस्ट टीम में नहीं मिला मौका
दरअसल श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को शामिल नहीं किया गया था। बता दें भुवनेश्वर टीम इंडिया की टेस्ट टीम में पिछले 4 साल से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी साल 2018 में खेला था। बता दें कि भुवी ने भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। उन्होंने भारत के लिए अब तक 21 टेस्ट मैचों में 63 विकेट लिए हैं। लेकिन उनके प्रदर्शन को देखते हुए अब उनकी Test Team मैचों में वापसी नामुमकिन नजर आ रही है।
Bhuvneshwar Kumar की जगह घातक गेंदबाज हुए शामिल
बता दें टीम इंडिया में पिछले दो से तीन सालों में कई घातक गेंदबाज शामिल हुए हैं, जिन्होंने सारी दुनिया में अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों के पसीने छूटाए है। इन गेंदबाजों की वजह से ही भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जीत हासिल की है। बता दें इनकी गेंदों को खेलना किसी के लिए भी आसान नहीं है। ऐसे में अब भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को टीम में जगह बनाना बहुत ही मुश्किल हो गया है। वहीं, टीम इंडिया में जो भी गेंदबाज शामिल हुए हैं, उन्होंने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में बहुत ही शानदार गेंदबाजी नमूना पेश किया है।
अकेले दम पर भारत को जिताई थी चैंपियंस ट्रॉफी
वहीं, भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने अपने दम भारत को 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का दिलाई थी। उस समय उन्होंने खतरनाक गेंदबाजी का नजारा पेश किया था, लेकिन धीरे-धीरे उनकी गेंदों की चमक फीकी पड़ने लगी और सेलेक्टर्स ने उन्हें मौका देना बंद कर दिया। वे साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम के हार के कारणों में से एक थे। उनकी गेंदों में वह धार नजर नहीं आ रही थी, जिसके लिए वो जाने जाते हैं. वह विकेट झटकने के लिए तरस गए हैं।
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