टीम इंडिया (Team India) में इन दिनों कई बड़े दिग्गजों का जहां पत्ता कट रहा है तो वहीं कई युवाओं की किस्मत भी चमक रही है. इसी वजह से कुछ खिलाड़ियों को संन्यास लेने तक के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. ऐसा ही कुछ हालात भारतीय टीम में और खिलाड़ियों के साथ भी देखने को मिल रहे हैं जिन्हें कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ एक भी मौका देने को राजी नहीं है. यहां तक कि कई बार स्क्वॉड में किसी तरह जगह मिल भी जा जाती है तो इन्हें अंतिम ग्यारह का भी हिस्सा नहीं बनाया जाता. हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें बार-बार टीम इंडिया (Team India) में नजरअंदाज किया जा रहा है.
सरफराज खान
भारतीय खिलाड़ी सरफराज खान (Sarfaraz Khan) का नाम इस लिस्ट में पहले नंबर पर आता है. जो घरेलू क्रिकेट में लगातार रनों का अंबार लगा रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें सेलेक्टर्स नजरअंदाज कर रहे हैं. हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों के लिए टेस्ट सीरीज के लिए 16 सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ था. जिसमें रूतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया. लेकिन सरफराज खान को सीधा नजरअंदाज कर दिया गया.
सरफराज खान के घरेलू करियर की बात करें तो उन्होंने कुल 38 फर्स्ट क्लास मैचों में 76.32 की शानदार औसत से 3511 रन बनाए हैं. इन पारियों में उनके नाम 13 शतक और 9 अर्धशतक भी है. दिलचस्प बात तो यह है कि ये युवा क्रिकेटर फर्स्ट क्लास मैचों में तिहरा शतक भी ठोक चुका है. उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 301 रन है. इसके बाद भी BCCI की सेलेक्शन कमिटी लगभग हर सीरीज में इस खिलाड़ी को नजरअंदाज कर रही है. जबकि कई बार वो अपने प्रदर्शन से टीम इंडिया (Team India) में जगह बनाने की दावेदारी ठोक चुके हैं.
पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में दूसरा सबसे बड़ा नाम पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का है. जिन्होंने आखिरी बार टीम इंडिया (Team India) की ओर से साल 2021 में श्रीलंका दौरे पर गए थे. इसके बाद से उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिल रही है. इसकी एक बड़ी वजह उनकी फिटनेस को भी माना जा रहा है. हालांकि उन्होंने भारतीय टीम के लिए काफी शानदार प्रदर्शन किया है. इसके बावजूद उनकी नजरअंदाजगी कई दिग्गजों और फैंस को भी खल रही है.
भारत के लिए अभी तक उन्होंने 5 टेस्ट मैच खेलते हुए 339 रन बनाए हैं. इसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है. टेस्ट फॉर्मेट में उनका उच्चतम स्कोर 134 रन रहा है. वहीं घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है. कुल 43 फर्स्ट क्लास मैचों में 3730 रन बनाए हैं. जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक जड़े हैं. पृथ्वी शॉ का नाम शुरूआती में वीरेंद्र सहवाग जैसे विस्फोटक दिग्गजों के साथ जोड़ा जाता था. इसकी वजह खेल के प्रति उनका आक्रामक रवैया रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फर्स्ट क्लास मैचों में पृथ्वी शॉ तिहरा शतक भी जड़ चुके हैं. उनका बेस्ट स्कोर 379 रन है.
मयंक अग्रवाल
इस लिस्ट में एक बड़ा नाम मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) का भी है. जो टीम इंडिया (Team India) में मौका पाने के हकदार हैं. लेकिन उन्हें इस तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है जैसे उनमे प्रतिभा ही खत्म हो चुकी है. एक समय में रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे ओपनर खिलाड़ियों के साथ टेस्ट फॉर्मेट में भारत को शुरूआत देने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी को साबित करने का भी मौका नहीं दिया जा रहा है.
मयंक अग्रवाल ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच मार्च 2022 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था. लेकिन उनका टेस्ट क्रिकेट में बेहद शानदार रिकॉर्ड रहा है. उन्होंने भारतीय टीम के लिए अभी तक कुल 21 टेस्ट मैच खेले हैं और 1488 रन बनाए हैं. इन पारियों में उन्होंने 4 शतक और 6 अर्धशतक भी जड़े हैं. इसके अलावा मयंक अग्रवाल दोहरा शतक (243) भी जड़ चुके हैं. केएल राहुल के चलते उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हैरानी की बात तो यह है कि केएल के फ्लॉप होने के बाद भी उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है.
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