Retirement: 20 जून से भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। इस सीरीज से पहले भारतीय दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली ने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है। अब इन दोनों के बाद एक और भारतीय दिग्गज खिलाड़ी ने संन्यास (Retirement) का ऐलान कर दिया है।
आपको बता दें, 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। तो आइए जानते है, कौन है ये खिलाड़ी…..
इस भारतीय दिग्गज ने किए संन्यास का ऐलान
दरअसल हम जिस भारतीय खिलाड़ी की बात कर रहे है, वो भारत के 2011 विश्व कप विजेता दिग्गज स्पिनर पीयूष चावला है। आपको बता दें, पीयूष चावला ने टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले ही क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर करते हुए अपने रिटायरमेंट (Retirement) का ऐलान किया है।
आईपीएल फ्रेंचाइजियों का किया धन्यवाद
पीयूष चावला ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर लिखा, “दो दशक से ज्यादा समय तक मैदान पर रहने के बाद अब समय आ गया है कि मैं इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहूं।” उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करने, 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप की विजेता टीम का हिस्सा बनने को अपने जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद बताया और लिखा कि ये यादें हमेशा उनके दिल में बसी रहेंगी।
उन्होंने कहा कि आईपीएल उनके करियर का एक बेहद खास अध्याय रहा है। पीयूष ने कहा, “मैं उन सभी फ्रेंचाइजियों का दिल से धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस को मैं धन्यवाद देता हूं। इंडियन प्रीमियर लीग में खेला गया हर एक पल मैंने पूरी तरह जिया है।”
आगे पीयूष ने अपने संन्यास (Retirement) के फैसले को लेकर कहा कि, “मुझे हमेशा से लगता रहा है कि हर चीज का एक सही समय होता है। और आज वही पल है, जब मुझे लगा कि अब यह फैसला लेना चाहिए।”
ऐसा रहा क्रिकेट करियर
दाएं हाथ के लेग स्पिनर को भारतीय इतिहास में सबसे बेहतरीन स्पिनर के रूप में जाना जाएगा। चावला भारत की 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे, इंटरनेशनल क्रिकेट में चावला ने 35 मैचों में 43 विकेट लिए। साल 2012 में आखिरी बार चावला टीम इंडिया की ओर से खेलते हुए दिखे थे।
घरेलू क्रिकेट में भी चावला का रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 137 प्रथम श्रेणी मैचों में 446 विकेट लिए, साथ ही बल्ले से भी योगदान दिया और छह शतकों की मदद से 5486 रन बनाए। एक ऑलराउंडर के रूप में उनकी भूमिका हमेशा अहम रही।
यह भी पढ़ें: इंग्लैंड सीरीज शुरू होने से पहले धाकड़ ओपनर ने लिया अपना नाम वापस, पूरी सीरीज में नहीं खेलेगा एक भी मुकाबला