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ऑफिस में झाडू लगाते लगाते लगी इस महिला की किस्मत, बनी उसी ऑफिस की अध्यक्ष

ऑफिस में झाडू लगाते लगाते लगी इस महिला की किस्मत, बनी उसी ऑफिस की अध्यक्ष

आज हम आपको केरल की एक प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे है , जहां एक महिला ने अपनी मेहनत से अपने सपने को सच करने में कोई कसर ना छोड़ी और पूरी मेहनत से अपने लक्ष्य को साधा ही नहीं बल्कि पूरा भी किया।ये महिला जिस ऑफिस में साफ सफाई को काम करती थी। आज ये वहीं उसी ऑफिस की अध्यक्ष बन गई।बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव में आनंदवल्ली को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी  के टिकट पर चुना गया एवं इसी बुधवार को ही ब्लॉक अध्यक्ष के पद पर उन्हें आसीन किया गया है। केरल के कोल्लम ज़िले में पठानपुरम के नए ब्लॉक पंचायत अध्यक्ष का अब आनंदवल्ली ने कार्यभार संभाला है।

आनंदवल्ली ने इसी कार्यालय में लगभग दस साल तक काम किया है। मगर तब और अब में काफ़ी फर्क है। आनंदवल्ली पंचायत कार्यालय में एक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी के तौर पर बैठकों के दौरान चाय परोसने, सफ़ाई करने वाले कार्य किया करती थी। उन्होंने फर्श और धूल भरी कुर्सियों को धोने का काम भी किया है। मगर इस बुधवार को आनंदवल्ली ने दक्षिण केरल के कोल्लम जिले के पठानपुरम में  ब्लॉक पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया है और दृश्य अब  पलट गया है कारण आनंदवल्ली अब सफ़ाई कर्मचारी का काम नहीं बल्कि बैठकों की अध्यक्षता करने वाली हैं।

इस तरह पाया लक्ष्य

आनंदवल्ली ने बताया कि एक सफ़ाई कर्मचारी से एक अध्यक्ष बनने तक का सफ़र उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से तय किया है। दरसअल केरल में सीपीआईएम  के लिए हाल ही में हुए संपन्न स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने वाली आनंदवल्ली ने  654 मतों के अंतर से जीत हासिल किया है एवं उन्हें एससी/ एसटी महिला के लिए आरक्षित इस पद के लिए चुना गया है। अपने नामांकन पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंदवल्ली ने बताया कि यह उनके लिए एक आश्चर्य पूर्ण स्थिति है। इतना ही नहीं उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वह अपनी इस नई जिम्मेदारियों से काफ़ी घबरा गई और उनके स्थान पर कोई भी इंसान होता तो संभवतः वो भी अचानक से मिली ऐसी सफ़लता से घबरा ही जाता।

इन लोगों को भी मिली चुनाव में सफलता

इसी बीच महत्त्वपूर्ण है कि हाल ही में केरल में संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव में आनंदवल्ली समेत अनेक नए चेहरे भी सामने आये हैं। जिनमें से एक आर्य राजेंद्रन हैं जो केवल 21 वर्ष की उम्र में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से देश के सबसे कम उम्र वाले मेयर बने हैं।वहीं कई और लोगों ने भी अपनी काबिलियत से सभी को चौंका डाला है।जैसे मोटरसाइकिल चलाने का शौक रखने वाली बाईस वर्षीय लॉ स्टूडेंट सरुथी कोझीकोड जिले की ओलवन्ना पंचायत की अध्यक्ष बन गई हैं। साथ ही 21 वर्षीय रेशमा मरियम जॉय, पठानमथिट्टा में अरुवापुलम पंचायत की अध्यक्ष चुनी गईं हैं वहीं राधिका महादेवन (23) पालक्कड़ में मलमपुझा स्थानीय निकाय की अध्यक्ष रूप में चुनी गई हैं।

मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...

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