Pakistan Cricket: क्रिकेट इतिहास में कुछ पारियां दिल में बस जाती हैं, और कुछ बस दिल तोड़ जाती हैं। पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) में भी कुछ ऐसा ही एक वाक्या हुआ, जब एक बल्लेबाज़ जब 500 रन के जादुई आंकड़े की तरफ बढ़ रहा था, तो हर शॉट पर स्टेडियम तालियों से गूंज रहा था। लेकिन तभी किस्मत ने करवट ली और वो रन आउट हो गया। स्कोर 499 पर रुक गया, एक रन से इतिहास छिन गया। और क्रिकेट को मिल गई उसकी सबसे अधूरी महान पारी।
क्वैद-ए-आज़म ट्रॉफी में आया वो ऐतिहासिक दिन
ये वाकया पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) के घरेलू टूर्नामेंट क्वैद-ए-आज़म ट्रॉफी 1958-59 सीज़न में हुआ, जहां कराची और बहावलपुर के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया। यह मैच 11 से 13 जनवरी 1959 के बीच कराची के नेशनल स्टेडियम में हुआ था।
पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) के इस ऐतिहासिक मैच में कराची की ओर से बल्लेबाज़ी करते हुए हनिफ मोहम्मद ने 499 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जो कि फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में उस समय का सबसे बड़ा स्कोर था।
Pakistan Cricket इतिहास की ऐतिहासिक पारी
हनिफ मोहम्मद 500 के बेहद करीब थे, लेकिन तभी एक रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। स्कोरबोर्ड पर 499 रन दर्ज हो चुके थे लेकिन एक अधूरा सपना रह गया। ये वो लम्हा था जिसने हनिफ को महान तो बना दिया, लेकिन उन्हें वो रिकॉर्ड नहीं दिला पाया।
पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) के इस ऐतिहासिक मैच में कराची ने पहली पारी में 772/7 का विशाल स्कोर खड़ा कर पारी घोषित की और अंत में पारी और 479 रन से बहावलपुर को हराया। बहावलपुर ने पहली पारी में सिर्फ 185 और दूसरी पारी में 108 रन बनाए।
हनिफ मोहम्मद की इस पारी में न सिर्फ तकनीक और क्लास झलकी, बल्कि उनकी असाधारण सहनशक्ति भी सामने आई। उन्होंने करीब 635 मिनट तक क्रीज़ पर डटे रहकर क्रिकेट को धैर्य और जज़्बे की नई परिभाषा दी।
जब ब्रायन लारा ने रचा नया इतिहास
हनिफ मोहम्मद का 499 रनों का रिकॉर्ड लगभग 35 साल तक बरकरार रहा, जब तक ब्रायन लारा ने 1994 में 501 रन बनाकर नया इतिहास नहीं रच दिया। लेकिन 499 रनों की ये पारी पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) इतिहास की सबसे रोमांचक कहानियों में शामिल है।
यह भी पढ़ें-बरसों पहले अपने घर से लापता हो गए ये 5 सितारे, पुलिस और परिवार भी मिलकर नहीं ढूँढ पाया आजतक कोई सुराग