Padma Shri: भारत में इन दिनों आईपीएल 2025 का रोमांच जारी है। सभी टीमें प्लेऑफ में पहुंचने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही हैं। इस सीजन पांच बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। और उनका आईपीएल 2025 में सफर लगभग खत्म हो गया है। इन सब के बीच सीएसके के एक खिलाड़ी को राष्ट्रीय पुरस्कार पद्म श्री (Padma Shri) से सम्मानित किया गया है। आपको बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस खिलाड़ी को यह पुरस्कार देकर सम्मानित किए है। तो आइए जानते हैं कौन है यह खिलाड़ी….
Padma Shri से सम्मानित हुआ सीएसके का यह खिलाड़ी
दरअसल हम सीएसके के जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है, वो कोई और नहीं बल्कि भारतीय टीम के दिग्गज पूर्व स्पिनर रविचंद्र अश्विन है। आपको बता दें, पूर्व दिग्गज स्पिनर आर अश्विन को पद्म श्री (Padma Shri) पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उन्हें भारतीय क्रिकेट में अहम योगदान के लिए यह सम्मान मिला। उनके साथ-साथ भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश को पद्म भूषण से नवाजा गया। बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पदम पुरस्कारों की घोषणा की गई थी और अब राष्ट्रपति भवन में इसका समारोह हुआ जिसमें खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया है।
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कुछ ऐसा रहा क्रिकेट करियर
राष्ट्रीय पुरस्कार पद्म श्री (Padma Shri) से सम्मानित होने वाले आर अश्विन ने पिछले साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अश्विन भारत के लिए टेस्ट मैचों में दूसरे सबसे ज्यादा (537) विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ पहले स्थान पर हैं। अश्विन ने भारत के लिए 116 वनडे मैच खेले थे। इस दौरान उन्होंने 33.20 की औसत से 156 विकेट अपने नाम किए थे। टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 23.22 की औसत से 72 विकेट लिए थे।
Padma Shri पुरस्कार से सम्मानित हुए ये खिलाड़ी
आर अश्विन के अलावा पेरिस पैरालंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करने वाले तीरंदाज हरविंदर सिंह, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान आईएम विजयन और जाने-माने पैरा एथलेटिक्स कोच सत्यपाल सिंह को भी पद्म श्री (Padma Shri) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
आपको बता दें कि भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय टीम को कांस्य पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने हॉकी को अलविदा कह दिया था। वह टोक्यो ओलंपिक का भी हिस्सा थे, जहां भारत ने कांस्य पदक जीता था।