अगर आप इस सीजन के त्योहार पर गोल्ड खरीदने की सोच रहे है तो ये जरूरी नही है कि ज्वेलरी ही खरीद कर निवेश करें। आप गोल्ड के चार तरीके में निवेश कर सकते है। बता दे भारत मे निवेश करने के लिए एक भरोसेमंद विकल्प होता है सोना। लोग अपनी बचत को सोने में ही निवेश करते है। आज सोने के निवेश में अलग अलग विकल्पों के बारे में बताएँगे.
फिजिकली गोल्ड
फिजिकली सबसे पुराना और आसान तरीका होता है। लोगो को निवेश करना होता है तो लोग सोने के ज्वेलरी या सोने के सिक्के में करते है। जान ले आप किसी भी ज्वेलरी के शॉप पर या ऑनलाइन सोना खरीद सकते हैं। कई ऐसे कंपनी है जो घर तक आप को ज्वेलरी पहुचा देगी।
वही ग्रामीण में लोग सोने में निवेश के लिये आज भी ज्वेलरी को खरीद कर करते है।
गोल्ड म्युचुअल फंड
आप अपना पैसा गोल्ड में निवेश के लिये म्युचुअल फंड्स के जरिये गोल्ड में निवेश कर सकते है। बाजार में कई सारे गोल्ड म्युचुअल फंड्स है,जिसमे निवेश कर सकते है। जैसे- जैसे गोल्ड की प्राइस घटती बढ़ती है ,वैसे वैसे आप का निवेश भी घटता बढ़ता है ।
डिजिटल गोल्ड
डिजिटल गोल्ड भी सोने में निवेश के लिये एक जरिया है। कई बैंक, मोबाइल वॉलेट और ब्रोकरेज कंपनियां एमएमटीसी-पीएएमपी या सेफगोल्ड के साथ टाइअप कर अपने ऐप के जरिए गोल्ड की बिक्री करती हैं. इसके अलावा आप शेयर बाजार में कमोडिटी एक्सचेंज के तहत भी गोल्ड की खरीद-बिक्री कर सकते हैं. यहां आप अपना गोल्ड में निवेश कर सकते है।
सावरेन गोल्ड बांड्स
सन 2015 से सावरेन गोल्ड बांड्स में एक निवेश आया है। इसको आरबीआई जारी करता है। इसमे कम से कम एक ग्राम सोने की खरीदारी कर सकते है। इन्हें कैश या ऑनलाइन खरीद सकते हैं। जिसके बाद बराबर मूल्य का सावरेन गोल्ड बॉन्ड उन्हे जारी कर दिया जाता है। इसकी मैचेरिटी पीरियड आठ साल तक होती है। लेकिन इसमे एक विकल्प होता है जो ये 5 साल बाद निकाल सकते है। ये लॉन्च इस लिये किया गया है क्यों कि फिजिकली सोना की खरीदारी को कम किया जा सके।
फायदे की बात ये है कि सावरेन गोल्ड बांड में सालाना 2.5 फिसदी का ब्याज भी मिलता है। इसमे कम से कम एक ग्राम सोना निवेश कर सकते है, तथा आमआदमी के लिये अधिकतम चार किलो और ट्रस्ट के लिये ये 20 किलो तक की सीमा है।
पिछले कुछ साल के इसमे काफी तेजी देखी गयी है।