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Tokyo 2020: 7 टांके लगने के बाद भी भारत के लिए पदक जीतने उतरे मुक्केबाज सतीश कुमार, जीता 130 करोड़ भारतीयों का दिल

Tokyo 2020: 7 टांके लगने के बाद भी भारत के लिए पदक जीतने उतरे मुक्केबाज सतीश कुमार, जीता 130 करोड़ भारतीयों का दिल

Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक में भारत को एक और झटका लगा है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में 1 अगस्त को भारत तीसरा पदक पक्का करने से चूक गया. पुरुष 91 किग्रा+ भार वर्ग के Quarter-final 1 में मुक्केबाज सतीश कुमार (Satish Kumar) को उजबेकिस्तान के बाखोदिर जालोलोव (Bakhodir Jalolov) से मुक्केबाजी में हार का सामना करना पड़ा. भारत के मुक्केबाज सतीश कुमार मेंस सुपर हैवीवेट (Men’s super-heavyweight) में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले मुक्केबाज हैं.

सतीश को लगे थे कई टांके

 मुक्केबाज सतीश कुमार (+91 किग्रा) के क्वार्टरफाइनल में खेलने पर संशय लग रहा था, क्योंकि उन्हें सात टांके लगे थे। शनिवार को भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा था कि डॉक्टर के कहने के बाद ही सतीश रिंग में उतरेंगे क्योंकि उन्हें सात टांके लगे हैं। दरअसल, सतीश को रविवार को उजबेकिस्तान के मुक्केबाज बखोदिर जलोलोव के खिलाफ रिंग में उतरना था।

चोट के बावजूद खेले सतीश

मुक्केबाज सतीश कुमार ने बंटे हुए फैसले के बावजूद 4-1 से जीत दर्ज की थी। वहीं आपको बता दें कि, मौजूदा विश्व और एशियाई चैंपियन जालोलोव ने अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव को बुरी तरह से 5-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह बनाई थी। भारतीय सेना के 32 वर्षीय मुक्केबाज सतीश कुमार ने अपने दाहिने हाथ से पंच भी जड़े, लेकिन जालोलोव पूरे मुकाबले में हावी रहे. तीसरे दौर में सतीश के माथे पर लगा घाव खुल गया, लेकिन इसके बावजूद वह लड़ते रहे. मुक्केबाज सतीश ने प्लस 91 किलोग्राम भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में गुरुवार को जमैका के रिकाडरे ब्राउन को 4-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया था.

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