नई दिल्ली- भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण एयरटेल और वोडाफोन- आइडिया द्वारा प्रिरोरिटी प्लान पर दिए गए जवाबों से संतुष्ट नहीं है। नियामक ने अब दोनों कंपनियों से कुछ अतिरिक्त तकनीकी सवाल पूछे हैं और इस पर अपना रुख चार अगस्त तक स्पष्ट करने को कहा है।
नियामक ने एयरटेल से पूछे दो दर्जन सवाल
नियामक ने दोनों कंपनियों से अपने इस दावे के समर्थन में पुख्ता प्रमाण देने को कहा है कि उनकी वरीयता के आधार पर पेशकश से नेटवर्क के अन्य प्रयोगकर्ताओं के लिए सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित नहीं हुई और न ही इसमें किसी नियम का उल्लंघन किया गया।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि भारती एयरटेल से करीब दो दर्जन सवाल पूछे गए हैं। इसमें एक सवाल यह है क्या प्लैटिनम और गैर-प्लैटिनम प्रयोगकताओं के लिए डेटा स्पीड की कोई सीमा तय की गई थी। प्लैटिनम प्रयोगकर्ताओं के लिए इसके प्रवाह की सीमा क्या थी।
जिओ की शिकायत पर हुई थी कार्रवाई
दरअसल जियो की शिकायत पर टेलिकॉम रेगुलेटरी ऑथेरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने 13 जुलाई को एयरटेल के प्लैटिनम और वोडाफोन-आईडिया के रेडएक्स प्रीमियम प्लान्स को ब्लॉक कर दिया है। ये वो प्लान हैं जिसके तहत कुछ सेलेक्टेड यूज़र्स को हाई स्पीड देने का वादा किया गया था।
दरअसल सवाल उठ रहे थे कि क्या बाकी ग्राहकों की सेवाओं में गिरावट की कीमत पर तरजीही नेटवर्क तैयार किया गया है। ट्राई ने इस बारे में दोनों परिचालकों- एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को लिखा है और उनसे उनके प्लान के बारे में सवाल किए हैं।
कंपनियों का दावा, इन प्लान्स से घाटे को कम करने में मिल रही थी मदद
मालूम हो कि टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि प्रीमियम प्लान एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (एआरपीयू) के लिए महत्वपूर्ण है। इससे टेलीकॉम कंपनियों को हो रहे घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। जबकि जियो ने प्रीमियम डेटा प्लान को भेदभावपूर्ण बताया है, हालांकि वोडाफोन ने जियो की शिकायत को निराधार बताया है।
जियो का इन प्लान्स को लेकर कहना है कि इन प्लान्स में स्पीड की बात कही गई है, जबकि वायरलेस नेटवर्क में नेट की मिनिमम स्पीड को लेकर कोई भी दावा नहीं किया जा सकता। इसके अलावा इन प्लान्स में कई सारी बातें है जिन पर गौर किए बिना इन्हे लांच किया गया है।
ये था मामला
11 जुलाई को ट्राई ने दोनों टैरिफ योजनाओं की विस्तृत जांच करने के लिए क्रमश: वीआईएल के रेडएक्स और एयरटेल के प्लैटिमम प्लान्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। जिसके बाद वीआईएल ने सोमवार को दूरसंचार विवाद निपटान और अपीलीय न्यायाधिकरण (टीडीसैट) को स्थानांतरित कर दिया। क्योंकि ट्राई ने आठ महीने की पुरानी प्रीमियम टैरिफ योजना पर रोक लगा दी थी।
एयरटेल ने हालांकि ट्राई से कहा कि वह अपने इस निर्देश का अनुपालन करेगा और अपने प्लेटिनम प्लान के लिए नए ग्राहकों को तब तक दाखिला नहीं देगा जब तक कि ऑथरिटी नहीं मिल जाए।