ज्यादातार खाद्य सामान की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। हरी सब्जियां भी अब थाली से दूर होती जा रही हैं। सरसों तेल और दाल की कीमत में काफी उछाल हुआ है। महंगाई की चौतरफा मार किचन और गृहणियों पर पड़ा है। इससे गृहणियों की चिंता बढ़ी है। इस बार तेलहन और दलहन की पैदावार अच्छी होने के बावजूद न तो सरसों तेल की कीमत कम हुई है और न ही दाल की कीमत पर लगाम लग पाई। दलहन, तेलहन के बाद एकाएक आलू, प्याज और लहसून की कीमत में काफी इजाफा हुआ।
महंगाई ने तोड़ रखी है आम आदमी की कमर
सरसो तेल 180 से लेकर 200 रुपये किलो है। वहीं अरहर दाल भी 115 पहुंच गया है। आलू की कीमत में पांच रुपये बढ़ गई। प्याज बाजार में 30 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। एक माह पहले प्याज की कीमत 20 से 25 रुपये प्रति किलो थी। उसी तरह सब्जियों की कीमत लगातार हुई बारिश से 50 फीसद बढ़ गई है।
एक व्यापारी ने कहा अप्रैल के पहले सप्ताह में सरसों तेल की कीमत 130 रुपये थी। उस वक्त घर में महीने का चार से पांच लीटर सरसों तेल की खपत हो जाया करता था। तेल के दामो में दुगना व़ृद्धि होने से सरसो तेल की खपत घर में आधी करनी पड़ी आमदनी उतना ही है लेकिन खाद्य सामग्री के दामो में अत्यधिक वृद्धि हुई है।
सब्जियों की नई कीमत
आलू 16 से 18 रुपये किलो
प्याज 25 से 30 रुपये किलो
लहसून 140 से 150 रुपये किलो
बैगन 35 से 40 रुपये किलो
टमाटर 40 से 50 रुपये किलो
भिंडी 30 से 35 रुपये किलो
नेनूआ 30 रुपये किलो
करेला 30 से 40 रुपये किलो
परवल 40से 50 रुपये किलो
धनिया पता-200 से 250 रुपये किलो