Wasim Akram: टीम इंडिया ने आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 का ख़िताब अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम की इस सफलता में युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह का बड़ा योगदान रहा है। वे भारत के लिए टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उनके इस प्रदर्शन से पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) भी काफी प्रभावित हुए हैं। हालांकि, उन्होंने युवा गेंदबाज को कुछ महत्वपूर्ण सलाह भी दी हैं, जो अर्शदीप को क्रिकेट इतिहास के महानतम गेंदबाजों की सूची में शामिल कर देगी।
Wasim Akram ने की अर्शदीप की तारीफ
पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में अर्शदीप सिंह के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की है। मगर उनका कहना है कि युवा गेंदबाज वाइट बॉल क्रिकेट में ज्यादा फोकस कर रहा है और अब उन्हें रेड बॉल क्रिकेट की तरफ भी ध्यान देने की जरूर है। अगर अर्शदीप टेस्ट क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन दिखाने में सफल रहते हैं, तो वे क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक बन सकते हैं।
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क्या बोले Wasim Akram?
दरअसल, स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत करते हुए वसीम अकरम से अर्शदीप सिंह के बारे में पूछा गया। इस वसीम ने कहा कि वे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के प्रदर्शन को 10 में से 8 अंक देंगे। उन्होंने आगे कहा,
“मैंने उनसे बहुत प्रभावित हूं। वे बहुत ही प्रतिभाशाली हैं। मगर वह सफेद गेंद क्रिकेट पर ज्यादा फोकस लगाते हैं, उन्हें रेड बॉल से भी खेलना चाहिए और लम्बे प्रारूप के क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहिए। उनके पास स्विंग और पेस है। वह दोनों ओर बॉल को स्विंग कराते हैं और उनका नया बॉल बेहतरीन ढंग से अंदर आता है। मुझे लगता है कि उनमें भारत का नियमित गेंदबाज बनने की क्षमता है।”
टेस्ट क्रिकेट खेलने की दी सलाह
वसीम अकरम ने कहा कि अर्शदीप को अब टेस्ट क्रिकेट के बारे में सोचने की जरुरत है, जो उन्हें महान गेंदबाज बना सकता है। उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि उनके दिमाग में टेस्ट क्रिकेट भी होगा, क्योंकि टी20 से आप पैसा बना लेंगे और वर्तमान समय में आप टी20 क्रिकेट में एक साल ही अपना नाम बना सकते हो, लेकिन अगर आप नाम कमाना चाहते हो और एक विरासत छोड़ना चाहते हो, तो आपको लंबे फॉर्मेट की क्रिकेट के बारे में सोचना होगा”
“अगर आप चाहते हो कि लोग आपकी रिटायरमेंट के 10-20 साल बाद भी आपकी बात करें कि इतिहास मे कोई ऐसा गेंदबजा नहीं आया, तो आपको टेस्ट क्रिकेट खेलना होगा। युवा गेंदबाजों का माइंडसेट ऐसा ही होना चाहिए।”
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