Wriddhiman Saha: क्रिकेट के मैदान पर जब बल्लेबाज का बल्ला बोलने लगता है, तो गेंदबाजों के पास सिर्फ देखने के अलावा कोई चारा नहीं बचता है। कुछ ऐसा ही नजारा जब देखने को मिला, जब टीम इंडिया के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने चौकों-छक्कों की ऐसी बारिश कर दी कि पूरा मैदान दंग रह गया। जी हां साहा ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए महज 20 गेंदों में शतक जड़ दिया है। तो आइए जानते है उनकी इस तूफानी पारी के बारे में विस्तार से…..
Wriddhiman Saha ने 20 गेंदों में जड़ा तूफानी शतक
दरअसल कोलकाता में आयोजित जे.सी. मुखर्जी ट्रॉफी (J.C. Mukherjee Trophy) के दौरान ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए महज 20 गेंदों में शतक जड़ दिया है। इस टूर्नामेंट में मोहन बागान की ओर से खेलते हुए ऋद्धिमान साहा ने बीएनआर रिक्रिएशन क्लब के खिलाफ मात्र 20 गेंदों में नाबाद 102 रन ठोक डाले।
चौके- छक्कों की लगी झड़ी
इस दौरान उनके बल्ले से 14 छक्के और 4 चौके निकले। साहा की स्ट्राइक रेट रही करीब 510, जो किसी भी स्तर पर असाधारण मानी जाती है। सिर्फ सात ओवरों में ही मोहुन बागान ने 152 रनों का लक्ष्य हासिल कर मैच जीत लिया। साहा (Wriddhiman Saha) ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। हर गेंद पर चौका या छक्का मारते हुए उन्होंने गेंदबाजों की जमकर खबर ली और रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।
इस वजह से खास यह पारी
हालांकि यह मुकाबला किसी अंतरराष्ट्रीय या आईपीएल स्तर का नहीं था, बल्कि कोलकाता के घरेलू टूर्नामेंट का था। इसके बावजूद इतनी तेज शतक बनाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। टी20 क्रिकेट में जहां बड़े-बड़े दिग्गज जैसे रोहित शर्मा, विराट कोहली, सुर्या कुमार यादव जैसे नाम चमकते हैं, वहीं साहा ने दिखा दिया कि अनुभव और आत्मविश्वास के आगे कोई भी रिकॉर्ड छोटा पड़ सकता है।
आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में हमेशा भरोसेमंद बल्लेबाज रहे ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) के लिए यह पारी आत्मविश्वास बढ़ाने वाली रही। इस शतक ने एक बार फिर साबित किया कि वह केवल विकेटकीपिंग के ही नहीं, बल्कि पावर हिटिंग के भी उस्ताद हैं।
कुछ ऐसा रहा क्रिकेट करियर
ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) टीम इंडिया के पूर्व बेहतरीन विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे हैं। 40 वर्षीय साहा अब क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले, जिसमें 29.41 की औसत से 1353 रन बनाए। साल 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया था। उनके बल्ले से 3 शतक, 6 अर्धशतक और सर्वश्रेष्ठ स्कोर 117 रन रहा।
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