पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह को बीसीसीआई ने बड़ा झटका दिया है. पिछले साल संन्यास लेने वाले युवराज सैयद मुश्ताक अली टी 20 ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलना चाहते थे, मगर बीसीसीआई ने उन्हें संन्यास से वापसी की मंजूरी नहीं दी. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार युवराज सिंह को बीसीसीआई की तरफ से संन्यास से वापस आने के लिए मंजूरी नहीं मिली. वह पंजाब का प्रतिनिधित्व करना चाहते थे. अब मनदीप सिंह इस टूर्नामेंट में पंजाब की अगुआई करेंगे. 10 जनवरी से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए पंजाब ने अपनी टीम में युवराज को नहीं चुना. बीसीसीआई ने राज्य की टीम में उनके चयन को मंजूरी नहीं दी थी. पिछले सप्ताह युवराज मोहाली के स्टेडियम पर अभ्यास भी करते हुए नजर आए थे. युवराज के पिता योगराज सिंह ने बीसीसीआई के इस फैसले पर उनको नसीहत दे डाली है.
बीसीसीआई को दी ये सलाह
योगराज सिंह ने कहा कि, अगर युवराज को खेलने की इजाजत दी जाती है तो इससे युवा खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि, मुझे इसके पीछे की सही वजह पता नहीं है और मैं इस पर युवी से बात करूंगा, लेकिन ये पूरी तरह से बीसीसीआइ का फैसला है। मुझे लगता है कि रिटायर खिलाड़ियों को वापसी करने और युवा प्लेयर्स के साथ खेलने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए जिनके पास सीखने के लिए काफी कुछ है।
युवाओं को मिलेगा प्रोत्साहन
योगराज सिंह ने कहा कि, मुझे लगता है कि ये युवी के लिए अहम है कि वो युवा खिलाड़ियों के साथ खेलें। आइपीएल के पहले एक कैंप के दौरान उन्हें युवाओं के साथ खेलने के लिए कहा गया था, लेकिन युवी ने कहा कि अब वो काफी बूढ़े हो गए हैं पर मैंने जोर देकर कहा कि उन्हें उनके साथ खेलना चाहिए। फिर उसने चार-पांच पारियां खेली और वो अच्छे टच में दिख रहे थे। युवी को खेलता देखकर युवा खिलाड़ी हैरान थे और सोच रहे थे कि वो इस लेवल पर आज भी इतना अच्छा कैसे खेल सकते हैं।