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पहले मैच में 4 विकेट लेने के बाद Yuzvendra Chahal ने बताया अपनी सफलता का राज, Dhoni नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को दिया श्रेय

Yuzvendra Chahal

INDvsWI: भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच 6 फरवरी को अहमदाबाद स्टेडियम खेला गया। जहां भारत ने वेस्टइंडीज को 6 विकेट से मात देकर सीरीज 1-0 से बढ़त हासिल की। इस मैच में रोहित शर्मा की कप्तानी कमाल की दिखी। जहां, सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा। वहीं, इस मैच में भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) का परफॉर्मेंस काफी चर्चा में बना हुआ है।

पहले वनडे में 4 विकेट लेने वाले चहल ने किया खुलासा

दरअसल भारत और वेस्टइंडीज के बीच 6 फरवरी को खेले गए पहले वनडे मैच में Yuzvendra Chahal ने कमाल का प्रदर्शन किया। बता दें कि चहल ने 9.5 ओवर की गेंदबाजी मे 49 रन खर्च करते हुए कुल 4 विकेट हासिल किया।  जिसकी सहायता से टीम वेस्टइंडीज को 176 रन पर रोकने में सफल रही। बता दें कि पिछले कुछ समय से वह टीम से बाहर चल रहे थे। लेकिन अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चहल अपने पुराने रंग में दिखे। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहली ही ओवर में निकोलस पूरन और कीरोन पोलार्ड का शिकार किया। वहीं, इसके अलावा उन्होंने शमरह ब्रूक्स और अल्ज़ारी जोसेफ को भी अपना शिकार बनाया।

मैच समाप्त होने के बाद Yuzvendra Chahal ने अपने प्रदर्शन और अपनी रणनीति का खुलासा भी किया। चहल का मानना है कि रोहित शर्मा की सलाह को अमल करने के कारण ही उन्हें इस मैच में फायदा हुआ। रोहित के कहने पर चहल ने विंडीज के विस्फोटक बल्लेबाजों के लिए ज्यादा से ज्यादा गुगली डाली। यानी की चहल ने अपने विकेट लेने का पूरा क्रेडिट रोहित शर्मा को दिया।

दक्षिण अफ्रीका टूर में चहल को महसूस हुई कमी

बता दें बीसीसीआई डॉट टीवी पर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और युजवेद्र चहल(Yuzvendra Chahal) का एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में चहल ने कहा, ‘‘हमने मैच से पहले बात की थी। मैच से पहले आपने जो बात कही, उसकी कमी मुझे दक्षिण अफ्रीका में महसूस हुई थी। मैंने वहां ज्यादा गुगली नहीं फेंकी, इसलिए यह मेरे दिमाग में था। वेस्टइंडीज के बड़े शॉट खेलने वाले खिलाड़ियों ने जब खुल कर खेलना शुरू किया तो आप ने मुझे कहा था कि मैं जितना अधिक गुगली करूंगा मेरा लेग स्पिन उतना प्रभावी होगा। मैंने नेट सत्र में आपके खिलाफ ऐसी ही गेंदबाजी की थी और लगा कि इससे फायदा होगा।’’

इसके चहल (Yuzvendra Chahal) ने आगे कहा कि जब वह राष्ट्रीय टीम में नहीं थे, तो उन्होंने अपने गेंदबाजी कोण बदलने पर काम किया। 31 वर्षीय चहल ने कहा, ‘‘मैंने अपने नजरिये में बदलाव किया, यहां की विकेट धीमी है। जब मैं टीम में नहीं था तो मैंने सोचा कि क्या सुधार किया जा सकता है। मैंने अन्य गेंदबाजों को देखा, जो इन विकेटों पर गेंदबाजी करने के लिए ‘साइड-आर्म’ अपनाते है। मैंने देखा कि जब मैं नेट पर गेंदबाजी करता हूं, तो गेंद तेजी से निकलती और कलाई की जरूरत होती है।’
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