गुजरे जमाने की बेहतरीन अदाकारा रुणा ईरानी (Aruna Irani) 90 के दशक की हर बॉलीवुड फिल्म में नजर आई हैं। मानों जैसे हर फिल्म उनके बिना अधूरी हो। बता दें कि वह फिल्मों में हीरोइन बनने के लिए आई थी। हालांकि उन्हें हीरोइन की जगह नेगेटिव रोल्स के जरिए इंडस्ट्री में खास पहचान मिली।
लेकिन सब से खास बात यह हैं कि अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने लगभग 300 फिल्मों में काम किया था। आज भी उन्हें फिल्मों में उनके नेगेटिव रोल्स के लिए याद किया जाता हैं।
Aruna Irani ने कम उम्र में शुरू किया अपना करियर
दरअसल अरुणा ईरानी (Aruna Irani) ने महज 9 साल की उम्र में ही फिल्म ‘गंगा जमुना’ से अपने करियर की शुरूआत की थी। वह एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ एक अच्छी डांसर भी थी। अरुणा ने बेशक से कई फिल्मों में काम किया था। हालांकि उन्हें सही मायनों में पहचान 1972 में आई फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ (Bombay To Goa) से मिली थी।
साइड रोल से बनाई अपनी पहचान
खबरों की मानें तो इस फिल्म की रिलीज के बाद से ही अरूणा के करियर की गाड़ी चल पड़ी थी। लेकिन हीरोइन बनने के सपने के साथ आई अरूणा को हीरोइन बनने का मौका नहीं मिला। लेकिन उन्होंने साइड रोल से ही बॉलीवुड की दुनिया में अपनी खास जगह बनाई थी। बॉलीवुड की हर एक फिल्म में अरूणा खास किरदार में नजर आई थी।
इन फिल्मों के लिए अरूणा को मिले अवार्ड्स
वहीं बात करें अवार्ड्स की तो अरुणा ईरानी को फिल्म ‘पेट प्यार और पाप’ और ‘बेटा’ जैसी फिल्मों के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था। यहीं नहीं साल 2012 में अरुणा को फिल्मफेयर के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया था। बता दें कि फिल्मों में काम करने के बाद अभिनेत्री टीवी जगत के कई सीरियल्स में भी नजर आई थी। जिस में ‘कहानी घर-घर की’, ‘झांसी की रानी’, ‘देखा एक ख्वाब’, ‘परिचय’ जैसी सीरियल्स शामिल थी।
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