Chhaava: नागपुर के महल क्षेत्र में सोमवार को दो गुटों के बीच हिंसा का मामला सामने आया है। औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर एक दक्षिणपंथी संगठन के प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाने की अफवाह के बाद यहां तनाव हुआ। इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया किया।
इस हिंसा में चार लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया है और पांच पर एफआईआर की गई है। वहीं अब महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि फिल्म छावा (Chhaava) ने औरंगजेब के खिलाफ गुस्से को भड़काया है। चलिए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
Chhaava फिल्म ने भड़काया गुस्सा – देवेंद्र फडणवीस
नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह हिंसा सुनियोजित थी। विधानसभा में नागपुर मुद्दे पर बोलते हुए फडणवीस ने कहा कि,पुलिस पर हमले को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद अफवाह फैली की धार्मिक सामग्री को जलाया गया।
ऐसा लगता है कि यह सुनियोजित हिंसा थी, लेकिन किसी को कभी कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। सीएम ने कहा कि छावा (Chhaava) फिल्म ने लोगों के औरंगजेब के खिलाफ गुस्से को भड़काया है, लेकिन सभी को राज्य में शांति बनाए रखनी चाहिए।
Chhaava फिल्म में मराठा शासक का दिखाया असली इतिहास
सीएम फडणवीस ने कहा कि फिल्म छावा (Chhaava) ने औरंगजेब के खिलाफ लोगों की भावनाओं को फिर से जगा दिया है। विक्की कौशल की फिल्म में मराठा शासक के असली इतिहास को जनता के सामने लाया गया है। फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। छत्रपति संभाजी महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे थे। उन्हें औरंगजेब द्वारा प्रताड़ित किया गया था और उनकी हत्या कर दी गई थी।
सीएम ने कहा कि कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह हिंसक घटना और दंगे पूर्व नियोजित प्रतीत होते हैं। शांति भंग करने वालों के खिलाफ धर्म और जाति की परवाह किए बिना कार्रवाई की जाएगी।
रामदास अठावले ने किया Chhaava फिल्म का जिक्र
नागपुर हिंसा के संदर्भ में यह बात केवल सीएम फडणवीस नहीं कह रहे बल्कि केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी आज इसका जिक किया। रामदास अठावले ने कहा कि छावा फिल्म ने 17वीं शताब्दी के मुगल शासक औरंगजेब के खिलाफ भावनाएं जगा दी हैं। संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र 500 साल से है। लेकिन छावा (Chhaava) फिल्म जिसमें यह दिखाया गया है कि संभाजी महाराज की किस तरह हत्या की गई थी, उससे लोगों में गुस्सा है।
इस वजह से प्रदर्शन हो रहे हैं। रामदास अठावले कहा कि एएसआई क्रेंद्र सरकार के विभाग के अंतर्गत आता है और वह कब्र उसी के संरक्षण में है। हम जनता से अपील करते हैं कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर सकते हैं। इसमें हिंसा को शामिल न करें।
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