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सुशांत की आखिरी फिल्म में दिखी स्वस्तिका मुखर्जी, विदेश में पकड़ी गयी थी चोरी करते

सुशांत की आखिरी फिल्म में दिखी स्वस्तिका मुखर्जी, विदेश में पकड़ी गयी थी चोरी करते

बंगाली बाला स्वस्तिका मुखर्जी का जन्म 13 दिसम्बर 1980 को कोलकाता में हुआ था। वह एक्टर शांतनु मुखर्जी के बेटी हैं। उनकी माँ का नाम गोपा मुखर्जी है।  उनकी एक बहन भी है, जिनका नाम अजोपा मुखर्जी है। स्वस्तिका मुखर्जी ने अपनी शुरूआती कार्मेल स्कूल और गोखले मेमोरियल स्कूल कोलकाता से संपन्न की है।

स्वस्तिका मुखर्जी की शादी परमीत सेन से साल 1998 में हुई थी,  लेकिन उन्हकी यह शादी महज दो साल ही चली। उनकी एक बेटी है, जिसका नाम है  अंविशा सेन। उन्होंने कई बंगाली फिल्मों में का काम किया है।  उनकी पहली हिंदी फिल्म डिटेक्टिव व्योमकेश बक्शी सुशांत सिंह राजपूत के अपोजिट थी।

फिल्म में उनके अभिनय की आलोचकों ने बेहद तारीफ की थी। स्वास्तिका ने अपना स्क्रीन डेब्यू बंगाली टीवी सीरिज देवदासी से किया था। इसके बाद उन्होंने 2001 में फिल्म ‘हेमंतर पाखी’ से फिल्मों में डेब्यू किया। स्वास्तिका 2008 में आई बॉलीवुड मूवी ‘मुंबई कटिंग’ में भी काम कर चुकी हैं। हालांकि उनके नाम एक ऐसा वाकया भी दर्ज है, जिसे वो कभी याद नहीं करना चाहेंगी। आइए जानते है पूरी कहानी

चोरी करते पकड़ी गई थी एक्ट्रेस

फेमस बंगाली अभिनेत्री स्वास्तिका मुखर्जी को विदेश में चोरी करते हुए पकड़ा गया है। ये अभिनेत्री ब्वॉयफ्रेंड सुमन मुखर्जी के साथ सिंगापुर में एक ज्वैलरी स्टोर के लॉन्चिंग इवेंट में शामिल हुई थी। सुमन एक्टिंग के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं। इस मामले में सूत्रों ने बताया कि इयररिंग्स का सेट जो लगभग 255 डॉलर (15 हजार 658 रुपए) का था वो मिल नहीं रहा था। ऐसे में स्टोर के मालिक ने मुखर्जी पर इसका इल्जाम लगाया। इस दुकान के संस्थापक अस्पारा ओसवाल ने इवेंट के आयोजनकर्ता को सी सी टी वी फुटेज देखने के लिए कहा, जिसमें स्वास्तिका दुकान से चोरी करती दिख रही हैं।

इस फुटेज में साफ दिख रहा है कि ये अभिनेत्री इयररिंग्स का पेयर चुरा रही है। अरिंदम जो सुजॉय घोष की ‘कहानी’ में एग्जिक्यूटिव प्रोड्यूसर थे। उन्होंने बताया, “मैं सिंगापुर में था। मैंने वो फुटेज देखे हैं। और ये खबर पूरी तरह सही है।” स्वास्तिका कई हिट बंगाली फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

ऑडिशन के लिए मना कर चुकी है स्वास्तिका

‘ब्योमकेश बख्शी’ के रोल को चुनने के कई कारण थे। बांग्ला फिल्मों में मैंने मां, वैश्या, ड्रग एडिक्ट, फिल्म स्टार हर तरह के किरदार निभाए हैं। अपने रोल के लिए मैं गंजी, मोटी, पतली सभी कुछ हो चुकी हूं, लेकिन बंगाली होने के नाते हम ‘ब्योमकेश बख्शी’ को तबसे जानते हैं, जब हम लिखना-पढ़ना सीखते हैं।

वह एक तरह से हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होते हैं। एक दिलचस्प बात यह भी है कि मैं इससे पहले भी दो बार बांग्ला में ‘ब्योमकेश बख्शी’ कर चुकी हूं। जब मुझे कोलकाता में यशराज के कोऑर्डिनेटर का ऑडिशन के लिए कॉल आया, तो मैंने कह दिया था कि मैं ऑडिशन नहीं देती। जब निर्देशक के रूप में मैंने दिबाकर बनर्जी का नाम सुना, तो मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हो गई क्योंकि मैं उनकी फिल्मों की बड़ी फैन हूं।

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मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...

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