बॉलीवुड़ की दीवा दीपिका पादुकोण अपनी शादी के कारण काफी अफवाहों में रह चुकी है। दीपिका ने रणवीर सिंह से इटली में जाकर शादी की थी। फिल्मों के साथ-साथ दीपिका को फैशन की भी अच्छी खासी समझ है। यही एक कारण भी है कि दीपिका ने बहुत कम समय में फैशन वर्ल्ड में अपनी एक खास जगह बनाई है, जिसे हासिल करने के लिए दूसरी हसीनाओं को सालों-साल लग जाते हैं। जब एक्ट्रेस अपने साथ कुछ नया कैरी करती है तब या तो उनकी बहुत तारीफ होती है या फिर उनको ट्रोलर्स द्वारा ट्रोल किया जाता है। ऐसा ही कुछ हमें दीपिका की शादी से जुड़ी रस्मों में भी देखने को मिला, जब एक्ट्रेस को देख ट्रोलर्स ने उनकी जमकर बुराई की।
‘दिल एक गुलदस्ता है’ थीम वाले लहंगे ने उड़वाया मजाक
दीपिका पादुकोण ने जब एक्टर रणवीर सिंह से शादी की तो हर किसी की नजर सिर्फ और सिर्फ इस शाही जोड़े पर ही टिकी थी। ऐसे में जब इस लवबर्ड्स की शादी की तस्वीरें सामने आईं तो हर कोई देखता रहा गया। बता दें, दीपिका और रणवीर की शादी से जुड़े हर आउटफिट्स को डिज़ाइनर सब्यसाची ने डिज़ाइन किया था, लेकिन दीपिका के ब्राइडल कलेक्शन में से एक ‘दिल गुलदस्ता’ यानी ‘दिल एक गुलदस्ता है’ थीम वाला लहंगा लोगों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया।
दीपिका पादुकोण ने अपनी शादी के रिसेप्शन पार्टियों में से एक में सब्यसाची का डिज़ाइन किया हुआ ‘दिल गुलदस्ता’ यानी ‘दिल एक गुलदस्ता है’ थीम वाले लहंगे को पहना था, जिसमें लाल बैकग्राउंड के साथ गुलाबी, हरे और नारंगी रंगों की जटिल थ्रेडवर्क कढ़ाई की गई थी। लहंगे को दिलचस्प ट्विस्ट देने के लिए फ्लोरल मोटिफ्स को उकेरा था, जिसके साथ हाथ से रंगे मखमली ऐप्लिकेस, रेशम-सोता, मुड़े हुए चांदी और सोने के धागे और गुलाब-रंग के क्रिस्टल और स्फटिक लगे हुए थे। यही नहीं, लहंगे को सबसे सुंदर बनाने के लिए विदेशी पक्षियों के शानदार टेपेस्ट्री से तैयार किए गए फूलों को जोड़ा गया था।
ट्रोलर्स ने किया ट्रोल
दीपिका की इस लहंगे में तस्वीरें सामने आईं तो लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। जहां कुछ लोगों ने दीपिका के इस लुक को वाहियात बताया तो किसी ने कहा, ‘यकीन नहीं होता तुमने इसके लिए पैसे बर्बाद किए।’ हालांकि, हद तो तब हो गई जब लोगों ने डिज़ाइनर सब्यासाची को ही आड़े हाथ लेते हुए पूछा कि ‘दीपिका की स्कर्ट पर बनी काली पट्टी क्या कर रही है?’ तो किसी ने लिखा, ‘मेकअप और बालों के साथ दीपिका एकदम बकवास लग रही हैं।’ वहीं, किसी ने कहा ‘फूलों का बाग लग रही हो।’