Posted inबॉलीवुड

कंगना ने करण जौहर को बताया देशद्रोही, कहा- सरकार वापस ले पद्मश्री

कंगना ने करण जौहर को बताया देशद्रोही, कहा- सरकार वापस ले पद्मश्री

मुम्बई– बॉलीवुड की क्वीन और बॉलीवुड के स्टार फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर के बीच मदभेद काफी पुराना हो चुका है। कंगना समय-समय पर उन्हें घेरती आई हैं और वे अपने करियर की शुरुआत से ही उन पर नेपोटिज्म का आरोप लगाती आई हैं। कंगना के मुताबिक करण जौहर न्यू कमर्स को और आउटसाइडर्स को फिल्में नहीं देते हैं और उनका करियर बर्बाद करने की धमकी भी देते हैं।

उन्होंने करण पर पाकिस्तान का सपोर्ट करने और सुशांत का करियर खत्म करने का भी आरोप लगाया है। ऐसे में अब कंगना ने भारत सरकार से ये गुजारिश कर दी है कि करण जौहर पद्मश्री जैसा सम्मान डिजर्व नहीं करते हैं और सरकार को उनसे ये सम्मान वापस ले लेना चाहिए।

सेना के खिलाफ एंटीनेशनल फिल्म बनाई

कंगना रनौत की टीम ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा,

‘मैं भारत सरकार से अनुरोध करती हूं कि करण जौहर का पद्मश्री सम्मान वापस ले लिया जाए। उन्होंने खुलेआम मुझे एक इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर धमकाया था और यह इंडस्ट्री छोड़ देने के लिए कहा था। उन्होंने सुशांत का करियर बर्बाद किया। उन्होंने उरी लड़ाई के वक्त पाकिस्तान का सपोर्ट किया और अब उन्होंने सेना के खिलाफ एक एंटीनेशनल फिल्म बनाई है।’

कंगना की टीम ने यह बात एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखी है, जिसमें दावा किया गया है कि भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलट गुंजन सक्सेना नहीं बल्कि श्रीवैद्य रंजन थीं।

कंगना की आशंका हो सकता है ट्विटर अकाउंट सस्पेंड

हाल ही में कंगना ने आशंका जताई थी कि उनके ट्विटर अकाउंट को जल्द ही सस्पेंड किया जा सकता है। कंगना रनौत टीम ने ट्वीट किया था, यहां मेरे मित्र मेरी बातों को अनैच्छिक मान सकते हैं, जो ज्यादातर मूवी माफिया, राष्ट्रविरोधी विचारों और हिंदुओं से डराने वाले रैकेट के बारे में हैं। मुझे पता है कि मेरा समय यहां सीमित है, वे किसी भी मिनट मेरे खाते को निलंबित कर सकते हैं, भले ही मेरे पास साझा करने के लिए बहुत कुछ है मुझे इसका उपयोग करना चाहिए इस बार उन्हें बेनकाब करने के लिए।

पिछले दिनों कंगना अपने पद्मश्री अवॉर्ड लौटानेवाले बयान को लेकर चर्चा में आ गई थीं। उन्‍होंने एक इंटरव्यू में कहा था, वह अपना पद्म पुरस्‍कार लौटा देगी यदि वह सुशांत के निधन से संबंधित जांच में अपने बयानों को साबित नहीं कर पाई।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version