Ujjwal Nikam: राष्ट्रपति ने संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा के लिए देश से चार लोगों को नामित किया है। इनमें मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब को फांसी की सज़ा दिलाने वाले वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम का नाम भी शामिल है.इस बीच आइए आगे जानते हैं कि उज्जवल निकम (Ujjwal Nikam) ने संजय दत्त की क्या पोल खोली?
क्या है पूरा मामला?
उज्ज्वल निकम (Ujjwal Nikam) ने संजय दत्त के बारे में कहा, “मुझे बस एक ही बात कहनी है. 12 मार्च को धमाका हुआ था, उससे कुछ दिन पहले ही संजय दत्त के घर पर एक वैन आई थी. उसमें हथियार भरे थे, उसमें हैंड ग्रेनेड थे, एके 47 थी.” अबू सलेम (गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम का गुर्गा) इसे लाया था। संजय ने कुछ ग्रेनेड और बंदूकें उठाईं। फिर उसने सब कुछ वापस कर दिया और सिर्फ़ एक एके-47 अपने पास रख ली। अगर उसने उस समय पुलिस को सूचित किया होता, तो पुलिस जाँच करती और मुंबई विस्फोट कभी नहीं होते।”
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‘संजय दत्त को निर्दोष मानता हूं’
The BJP Government has nominated Mumbai’s big lawyer Ujjwal Nikam for Rajya Sabha.
Ujjwal Nikam was the lawyer who spread the news that Ajmal Kasab was fed biriyani in jail, which led to outrage against Congress across the country, later Ujjwal Nikam said that this news was… pic.twitter.com/uPmaM74XXu
— Mr. Democratic (@MrDemocratic_) July 13, 2025
बता दें की उज्ज्वल निकम (Ujjwal Nikam) ने कहा कि संजय दत्त उस समय निर्दोष थे और उन्होंने हथियार इसलिए रखे क्योंकि उन्हें बंदूकों का शौक था। उन्होंने कहा, “कानून की नज़र में उन्होंने अपराध किया था। लेकिन वह एक साधारण इंसान हैं… मैं उन्हें निर्दोष मानता हूँ.” उन्होंने कहा कि संजय दत्त के वकील से यह भी कहा था कि एके-47 से कभी गोली नहीं चलाई गई और प्रतिबंधित हथियार का होना “एक बात” है, लेकिन पुलिस को सूचना न देना ही विस्फोटों का कारण बना, जिसमें इतने सारे लोग मारे गए।
जब कोर्ट में घबरा गए Sanjay Dutt
मुंबई बम विस्फोट मामले में, उज्जवल निकम (Ujjwal Nikam) से उस समय घटी एक ऐसी घटना के बारे में पूछा गया जिसके बारे में कोई नहीं जानता। इस पर निकम ने कहा कि जब संजय दत्त को आर्म्स एक्ट के तहत सज़ा सुनाई गई थी, तो वह डर गए थे. तो उनके और संजय दत्त के बीच कुछ बातचीत हुई थी जो उन्होंने कभी शेयर नहीं की।
उज्ज्वल निकम ने बताया कि सज़ा सुनाए जाने के बाद संजय दत्त अपना नियंत्रण खो बैठे थे। उन्होंने कहा, “मैंने उनके हाव-भाव बदलते देखे।” मुझे लगा कि वह सदमे में है. वह फैसला स्वीकार नहीं कर पा रहा था.” निकम ने कहा, “वह गवाहों के कठघरे में था और मैं पास ही था और मैंने उससे बात की। आपको याद होगा कि वह चुप हो गया और फिर चला गया।”
उज्ज्वल निकम ने संजय दत्त से क्या कहा?
जब उज्ज्वल निकम (Ujjwal Nikam) से पूछा गया कि उन्होंने अभिनेता संजय दत्त से क्या कहा, तो उन्होंने कहा, “मैं इस बारे में पहली बार बात कर रहा हूँ। मैंने संजय से कहा, ‘संजय, ऐसा मत करो। मीडिया तुम्हें देख रही है। तुम एक अभिनेता हो।’ अगर तुम सज़ा से डरते दिखोगे, तो लोग मान लेंगे कि तुम दोषी हो।तुम्हारे पास अपील करने का मौका है.’ उसने कहा, ‘जी सर, जी सर।’
आपको बता दें कि अदालत ने संजय दत्त को टाडा के तहत आतंकवादी होने के आरोप से बरी कर दिया था, लेकिन आर्म्स एक्ट के तहत उन्हें दोषी ठहराया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी छह साल की सजा को घटाकर पाँच साल कर दिया था। संजय दत्त ने यह सजा पुणे की यरवदा जेल में पूरी की।
कौन हैं Ujjwal Nikam?
उज्ज्वल निकम( Ujjwal Nikam) का जन्म महाराष्ट्र के जलगाँव जिले में हुआ था। यहीं से उन्होंने जिला अभियोजक के रूप में अपना करियर शुरू किया और फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। निकम ने 1991 में कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में अहम भूमिका निभाई थी. इसके बाद, उज्ज्वल निकम 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों में सरकारी वकील बने और 14 साल तक विशेष अदालत में काम किया। इसके बाद, उन्होंने 26/11 के मुंबई हमलों में राज्य सरकार की ओर से पैरवी की। भारत सरकार ने उन्हें 2016 में देश के चौथे सर्वोच्च पुरस्कार, पद्मश्री से सम्मानित किया।
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