Sushant Singh Rajput Case: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के करीब पांच साल बाद एक बार फिर यह मामला (Sushant Singh Rajput Case) चर्चा में आ गया है। इस बार इस मामले में एक नया कानूनी मोड़ सामने आया है, जिसमें अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को अदालत ने नोटिस भेजा है। यह नोटिस एक पुराने मामले से जुड़ा है, जिसमें रिया ने सुशांत की बहनों पर गंभीर आरोप लगाए थे। तो आइए जानते है आखिर क्या है पूरा मामला….
रिया चक्रवर्ती को कोर्ट से नोटिस
दरअसल, 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का शव उनके मुंबई स्थित फ्लैट में मिला था। इस मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। शुरू में इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन बाद में मामला (Sushant Singh Rajput Case) सीबीआई को सौंपा गया। यह मामला अब एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह है रिया चक्रवर्ती को अदालत की ओर से भेजा गया नोटिस। आपको बता दें, मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने रिया चक्रवर्ती को एक नोटिस जारी किया है। इसमें उनसे जवाब माँगा गया है क्योंकि उन्होंने सुशांत की बहनों पर आरोप लगाए थे। यह नोटिस सीबीआई द्वारा मार्च 2025 में दाखिल की गई क्लोजर रिपोर्ट से जुड़ा हुआ है ।
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एक्ट्रेस पर लगे थे गंभीर आरोप
बता दें कि जून 2020 में सुशांत की मौत के बाद इस पूरे मामले ने देशभर में तहलका मचा दिया था। इस केस (Sushant Singh Rajput Case) में रिया चक्रवर्ती, जो उस वक्त सुशांत की गर्लफ्रेंड थीं, पर कई गंभीर आरोप लगे जिनमें ड्रग्स केस, मानसिक प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे आरोप लगे थे। हालांकि बाद में CBI, NCB और ED ने अपनी-अपनी जांच की, लेकिन सीबीआई ने अपनी मार्च 2025 की क्लोजर रिपोर्ट में स्पष्ट कहा कि सुशांत की मौत आत्महत्या थी और इसमें हत्या या साजिश के कोई सबूत नहीं मिले।
क्यों मिला नोटिस?
लेकिन इसी दौरान रिया चक्रवर्ती ने सुशांत की बहनों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक फर्जी डॉक्टर के जरिए बिना उचित मेडिकल सलाह के सुशांत को मानसिक रोग की दवाइयां दिलवाईं। अब इसी मामले (Sushant Singh Rajput Case) में मुंबई की मजिस्ट्रेट अदालत ने रिया को नोटिस भेजकर जवाब देने को कहा है कि उन्होंने यह आरोप किस आधार पर लगाए थे।
अब आगे क्या?
अगर रिया अपने आरोपों को सही साबित नहीं कर पाईं, तो उन पर मानहानि, झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने जैसी धाराओं में केस चल सकता है। यह नोटिस इस ओर संकेत करता है कि मामला पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि कानूनी प्रक्रिया अब भी चालू है।
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