विनोद मेहरा ने एक हीरो के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 1971 में फिल्म ‘एक थी रीता’ से की थी। इसमें उनके साथ अभिनेत्री तनुजा थीं। विनोद मेहरा ने फिल्म इंडस्ट्री को काफी अच्छी फिल्में दी हैं। विनोद मेहरा के फिल्मी करियर अच्छा चल रहा था तो इसी बीच उनकी मां को उनकी शादी की चिंता सताने लगी।
मां के कहने पर की शादी
अपनी मां से सबसे ज्यादा प्यार करने के कारण विनोद ने उनकी पसंद की लड़की मीना ब्रोका से शादी कर ली । शादी के कुछ ही दिनों बाद विनोद मेहरा को दिल का दौरा पड़ा पर भगवान की कृपा से वो बच गए। जल्द ही उनका दिल अपनी हीरोइन बिंदिया गोस्वामी पर आ गया। उन्होंने पहली पत्नी को तलाक दिए बिना बिंदिया से शादी कर ली। बाद में उन्होंने पहली पत्नी मीना को तलाक दे दिया। विनोद मेहरा और बिंदिया का रिश्ता भी ठीक नहीं चला। इसी बीच बिंदिया गोस्वामी ने विनोद मेहरा को छोड़ निर्देशक जेपी दत्ता से शादी कर ली। बिंदिया के जाने के बाद विनोद मेहरा काफी समय तक सिंगल रहे।
अकेलेपन में रेखा ने दिया साथ
बिंदिया के जाने के बाद विनोद मेहरा औऱ रेखा एक दूसरे के करीब आने लगे। उस समय इन दोनो के अफेयर ने काफी सुर्खिया बटोरी। यासीर उस्मान की किताब ‘रेखा: एन अनटोल्ड स्टोरी’ के अनुसार, विनोद मेहरा ने रेखा से शादी की थी। यह शादी कोलकाता में हुई थी। इसके बाद विनोद मेहरा, रेखा को अपने घर ले गए, लेकिन विनोद मेहरा की मां कमला मेहरा ने रेखा को बहू के रूप में स्वीकार नहीं किया। रेखा जब विनोद मेहरा के घर पहुंच सास का पैर छूने लगी तो कमला मेहरा ने रेखा को धक्का दे दिया।
कमला ने रेखा को घर में घुसने ही नहीं दिया। इस दौरान उन्होंने रेखा को खूब खरी खोटी सुनाई और गालियां दीं। उस वक्त विनोद मेहरा ने रेखा से उनके घर चले जाने के लिए कहा। बाद में यह रिश्ता टूट गया। हालांकि दोनों ने कभी भी अपने रिश्ते को स्वीकारा नहीं। विनोद मेहरा ने तीसरी शादी किरण से 1988 में की थी और इस शादी के दो साल बाद ही उनकी मौत हो गई। किरण और विनोद के दो बच्चे हुए- बेटा रोहन और बेटी सोनिया। ये दोनों ही आज इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं।