Stars: बॉलीवुड इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिके रहना कोई आम बात नहीं है. इस मुकाम तक पहुँचने के लिए लोगों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है. तभी इतनी भीड़ में उनका चयन होता है. एक ज़माना था जब बॉलीवुड बस चंद सितारों की जागीर हुआ करता था. दर्शकों के पास भी विकल्प बहुत कम थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब दर्शकों को इस बात से कम फ़र्क़ पड़ता है कि फिल्म में कौन सा सितारा है या फिल्म कितने करोड़ की है.
इन दिनों बॉलीवुड में फिल्में सिर्फ एक ही वजह से सफल होती हैं और वह है फिल्म की विषय-वस्तु। इसी बीच आगे जानते हैं कौन है वो तीन स्टार्स (Stars) जिसके माथे पर बर्फ का तूफ़ान तक पड़ा, लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.
राजकुमार राव
अपनी हर फिल्म में राजकुमार ने दर्शकों के दिलों को छुआ और अपनी छाप छोड़ी। ऐसा नहीं है कि राजकुमार ने सिर्फ़ सकारात्मक किरदार ही निभाए हैं। हालाँकि फिल्म राब्ता बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही, लेकिन राजकुमार ने फिल्म में 324 साल के बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाया था. फिल्म में राजकुमार राव का रोल भले ही काफी छोटा था, लेकिन अहम था. स्टार (Stars) राजकुमार राव को अपने रोल के लिए मेकअप करने में करीब 6 घंटे लगे थे।राजकुमार के मेकअप के लिए हॉलीवुड से ख़ास तौर पर एक मेकअप आर्टिस्ट बुलाया गया था.
फ़िल्म के प्रमोशन के दौरान दिए एक इंटरव्यू में राजकुमार ने बताया था कि मेकअप की मोटी परत के नीचे वो पसीने से भीग जाते थे और वो मेकअप बहुत दर्दनाक होता था. लेकिन उन्हें अपना रोल इतना पसंद था कि वो धैर्य रखते थे.राजकुमार राव ने ‘शादी में ज़रूर आना’ और ‘बहन होगी तेरी’ जैसी हल्की-फुल्की फिल्मों में भी अपना रोल बखूबी निभाया.
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पंकज त्रिपाठी
राजकुमार राव के बाद पंकज त्रिपाठी का नाम याद आता है। इस साल पंकज त्रिपाठी ने कुल 7 फिल्मों में काम किया। इनमें “फुकरे रिटर्न्स” जैसी हिट फिल्म और “कॉफी विद डी” जैसी फ्लॉप फिल्म शामिल है. पंकज ने अपने निभाए किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है. फुकरे रिटर्न्स के पंडितजी ने दर्शकों को गुदगुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, वहीं न्यूटन में गंभीर किरदार निभाकर उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि वह सिर्फ हास्य कलाकार नहीं हैं. वैसे तो वे ज़्यादातर फ़िल्मों में कॉमिक रोल में ही नज़र आए, लेकिन उनके किरदारों की कॉमेडी भी एक अलग अंदाज़ की होती थी. वहीं, स्टार (Stars) पंकज त्रिपाठी अनारकली ऑफ़ आरा में भी गंभीर भूमिका में नज़र आए थे.
जितेंद्र कुमार
जितेंद्र कुमार आईआईटी में पढ़ाई के दौरान कॉलेज में स्टेज शो करते थे। जब जितेंद्र हिंदी टेक्नोलॉजी ड्रामेटिक्स सोसाइटी के गवर्नर के लिए एक नाटक कर रहे थे, तब विश्वपति सरकार की नज़र उन पर पड़ी। बिस्वपती टीवीएफ के क्रिएटिव डायरेक्टर और राइटर हैं और प्ले के बाद उन्होंने जितेंद्र को टीवीएफ ज्वाइन करने का ऑफर दिया. उस समय स्टार (Stars) जितेंद्र का फोकस पढ़ाई पर था और उसके बाद जॉब करना था तो उन्होंने मना कर दिया था. साल 2013 में ‘मुन्ना जज्बाती: द क्यू-तिया’ इंटर्न रिलीज हुई जिसे 3 मिलियन व्यूज मिले. ये हिट हुआ तो जितेंद्र से टीवीएफ ने कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया और आज भी जितेंद्र टीवीएफ से जुड़े हैं और टीवीएफ के स्टार बन गए हैं.
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