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बिना लुक्स के पता नहीं कैसे अभिनेता बने ये 7 भारतीय एक्टर, नंबर 3 ओवरएक्टिंग की दुकान

बिना लुक्स के पता नहीं कैसे अभिनेता बने ये 7 भारतीय एक्टर, नंबर 3 ओवरएक्टिंग की दुकान

फिल्म जगत में वैसे तो बहुत से एक्टर एक्ट्रेस है, लेकिन बोलबाला उनमें से कुछ का ही है, लेकिन कुछ एक्टर्स ऐसे भी है , जिन्हें देख कर मन में ये सवाल उठता है कि ये कैसे हिरो बन गया। आज हम आपकों ऐसे ही 7 एक्टर्स से रूबरू कराएंगे , जिनको देख कर आपके मन में भी एक बार तो ये सवाल जरूर उठेगा।

दुनिया विजय

इनको कन्नड़ फिल्मों के जाने माने अभिनेता दुनिया विजय को ब्लैक कोबरा कहा जाता था। इनकी फिल्मों में इतनी ज्यादा ओवरएक्टिंग होती थी इसके बावजूद भी ये सुपरस्टार रहे। दुनिया विजय ने अपनी पहली फिल्म बतौर अभिनेता के रूप में दुनिया की थी जो 2007 में आई थी. जिसके लिए उन्हें कर्नाटक स्टेट का बेस्ट एक्टर अवार्ड मिला.

दर्शन

टॉलीवुड के एक्टर दर्शन के बारे कहा जाता कि वे अपनी तारीफों के लतीफे हर फिल्म में बहुत ज्यादा रखते है। उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में बहुत सी बेहतरीन फिल्म की है, लेकिन आज भी समझ नहीं आया कि वो हीरो कैसे बन गए। उन्होंने अपनी फिल्म बतौर लीड एक्टर मैजेस्टिक में भी काम किया था।

विष्णु मांचू

तेलुगू इंडस्ट्री के जाने माने अदाकार विष्णु मांचू के बारे में कहा जाता है कि वो अपनी फिल्म में ओवर एक्टिंग अधिक करते हैं ।उन्होंने बतौर अभिनेता 16 वर्षो के करियर में कोई भी परिवर्तन नहीं आया है। 2003 में पहली फिल्म करियर से विष्णु ने अपने पांव जमाए।

नंदामुरी बालकृष्ण

साउथ जगत के  जाने माने अभिनेता नंदामुरी ने अनेक फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखाया है. सच कहे तो उनकी फिल्मों में ओवर एक्टिंग को कोई भी पहचान लेता है और तो और वे अपनी तारीफ करते नहीं थकते हैं. एक इन्टरव्यू में उन्होंने बताया था कि मात्र 16 की उम्र में उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था।

 पुनीत राजकुमार

अपनी एक्टिग और अपने लुक से हीरो के काबिल नहीं दिखने वाले पुनीत राजकुमार कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में बतौर हीरो काम करते हैं।कहा जाता है कि उनको हीरो बनने में कन्नड़ फिल्मों के लीजेंड ओर उनके भाई शिवा राजकुमार का हाथ है।

कमल आर खान

छोटे पर्दे के सबसे विवाविद शो बिग बॉस से अपनी पहचान बनाने वाले के आर के.बॉलीवुड में बतौर अभिनेता फिल्मों में काम किया। उनकी पर्सनलिटी देखकर कोई नहीं कह सकता है कि वो हीरो हैं। 2006 में उन्होंने मुन्ना पांडे बरोजगार से डेब्यू किया था।

अल्लरी नरेश

अपनी फिल्मों में ओवर एक्टिंग के कारण अपना करियर खत्म करने वाले तेलुगू अभिनेता अल्लरी नरेश को फिल्मों में बतौर हीरो कम ही चुना जाता है। उनको देखकर कहा नहीं जा सकता की वो हीरो कैसे बने हैं। 2002 में आई फिल्म अल्लारी से उन्होंने अपनी पहचान बनाई।

मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...

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