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बर्थडे स्पेशल: लता मंगेशकर को भी हुआ था प्यार, लेकिन इस वजह से नहीं हो पाई शादी  

बर्थडे स्पेशल: लता मंगेशकर को भी हुआ था प्यार, लेकिन इस वजह से नहीं हो पाई शादी  

मुंबई: भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज अपना 92वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं. लता मंगेशकर के जन्मदिन के खास मौके पर सभी लोग उन्हें देश-दुनिया से शुभकामनाएं दे रहे हैं.  बता दें  लता मंगेशकर ने 36 भारतीय भाषाओं में गाने रिकॉर्ड कराए हैं. लता मंगेशकर ने केवल हिंदी भाषा में 1,000 से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी है. उन्हें साल 1989 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. वहीं  साल 2001 में लता मंगेशकर को  भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ भी  दिया गया था.

ऐसे में चलिए आज लता मंगेशकर के जीवन से जुडी कुछ बातों के बारे में जानते हैं. ये तो हम सभी जानते हैं कि लता ने शादी नहीं की है.  लता जी के फैंस के मन में ये सवाल हमेशा आता होगा की उन्होंने इतना नेम फेम पाने के बाद भी कभी शादी क्यों की. कहते हैं लता मंगेशकर को भी कभी किसी से प्यार हुआ था, लेकिन लता की ये प्रेम कहानी  हमेशा अधूरी रह गई. शायद इसीलिए लता ने आज तक शादी नहीं की है.

लता मंगेशकर को भी हुआ था प्यार, जिसकी वजह से कभी नहीं की शादी

जानकारी के मुताबिक लता मंगेशकर डूंगरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह से बेहद प्यार करती थीं.  ये महाराजा लता के भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर के दोस्त भी थे, लेकिन ये मोहब्बत मुक्कमल नहीं हो पाई.  कहा जाता है कि राज ने अपने माता-पिता से वादा किया था कि वह किसी भी आम घर की लड़की को उनके घराने की बहू नहीं बनाएंगे. वहीं राज ने यह वादा मरते दम तक निभाया.

ऐसे में लता मंगेशकर का कहना था कि उनके ऊपर पूरे घर की जिम्मेदारी थी, इसीलिए उन्होंने कभी शादी नहीं की. लेकिन  लता की तरह राज भी पूरी लाइफ अविवाहित रहे.  राज, लता से 6 साल बड़े भी थे. राज को क्रिकेट का बहुत शौक था. इसके चलते वह कई सालों तक बीसीसीआई से जुड़े रहे.

राज लता को प्यार से मिट्ठू पुकारते थे. वहीं उनकी जेब में हमेशा एक टेप रिकॉर्डर रहता था जिसमें लता के चुनिंदा गाने होते थे.  बता दें कि 12 सितंबर 2009 को राजसिंह का देहांत हो गया था. हालांकि राज के अलावा लता मंगेशकर का नाम किसी और के साथ कभी नहीं जुड़ा.

लता मंगेशकर ने भाई-बहनों को पढ़ाने के चक्कर में खुद नहीं की पढ़ाई, मुश्किलों भरी रही लाइफ

वहीँ अगर हम लता के संघर्ष की बात करें तो उन्होंने छोटी बहनों को पढ़ाने के लिए खुद की पढ़ाई नहीं की.  लता मंगेशकर अपने पिता के साथ मराठी संगीत नाटक में पहले से ही काम करती थीं और 14 साल की उम्र में वह बड़े कार्यक्रमों और नाटकों में एक्टिंग करने लगीं. लता अपने सभी पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी. वहीं उनकी परवरिश महाराष्ट्र में हुई. वह पिच्च्ले कई दशकों से अपनी का जादू बॉलीवुड में बिखेर रही हैं.

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