नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामले भारत समेत दुनियाभर में लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना वैक्सीन को ढूंढनें का काम तेजी से जारी है। वहीं कोविड-19 का टीका खोजने में अब भारत की 6 कंपनियां जुट गईं हैं। वहीं इस लिस्ट में एक नया नाम रिलांयस लाइफ साइंसेज का शामिल हो गया है। बता दें कि, ये उन 6 दवा कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्हें कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन डेवलप करने का रेगुलेटरी अप्रूवल मिला है।
वहीं भारत बायोटेक, सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, जायडस कैडिला कंपनियां भी वैक्सीन डेवलप/ट्रायल कर रही हैं। सरकार ये उम्मीद जता रही है कि आने वाले साल की पहली तिमाही तक कोरोना वायरस के खिलाफ 2 वैक्सीन तैयार हो जाएंगी। इसी के साथ WHO चीफ डॉ टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने भी ये उम्मीद जताई है कि इस साल के आखिर तक वैक्सीन मिल सकती है। उनका कहना है कि वायरस से लड़ने में हमें अपनी सारी ऊर्जा लगाना चाहिए।
ग्लोबल वैक्सीन की रेस में कौन है आगे
वहीं दुनिया में कोरोना की 160 से ज्यादा वैक्सीन डेवलप हो रही हैं। जिससे सबसे ज्यादा उम्मीद हैं, वो वैक्सीन कुछ इस प्रकार हैं।
- ऑक्सफर्ड-अस्त्राजेनका की वैक्सीन- फेज 2/3 ट्रायल में
- मॉडर्ना की वैक्सीन – फेज 3 ट्रायल में
- फाइजर की वैक्सीन – फेज 2/3 ट्रायल में
- साइनोफार्म, साइनोवैक और कैनसिनो बायोलॉजिक्स की वैक्सीन (चीन) – फेज 3 ट्रायल
भारत में डेवलप हो रहीं वैक्सीन
- कोविशील्ड (ऑक्सफर्ड-अस्त्राजेनेका) – फेज 2 ट्रायल
- कोवैक्सिन – फेज 2 ट्रायल
- जायकोव-डी- फेज 2 ट्रायल
साल 2021 में इंसानों पर ट्रायल शुरू करेगी रिलायंस
वहीं अब मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के स्वामित्व वाली कपंनी रिलायंस लाइफ साइंसेज (RLS) एक कोविड वैक्सीन डेवलप कर रही है। बताया जा रहा है कि वैक्सीन की जानवरों पर प्री-क्लिनिकल स्टडीज इसी महीने से शुरू हो जाएगी। रिलायंस ने रीकॉम्बिनेंट प्रोटीन बेस्ड कोविड वैक्सीन बनाई है। साल 2021 की पहली तिमाही में इंसानों पर ट्रायल की स्टेज में पहुंचने की संभावना है।
इस साल के अंत तक आ जाएगी वैक्सीन: WHO
बता दें, कोविड-19 के इस दौर में कंपनी ने टेस्ट किट्स और लैबोरेटरी ऑपरेट की है। अब कंपनी चाहती है कि वह वैक्सीन डेवलपमेंट, मैनुफैक्चरिंग व डिस्ट्रीब्यूशन तक फील्ड में उतरे। WHO चीफ ने जिनेवा में कहा है कि इस साल के आखिर तक कोविड-19 की एक प्रमाणिक वैक्सीन तैयार हो सकती है। वहीं WHO के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में कहा कि हमें वैक्सीन की आवश्कता होगी और आशा है कि इस साल के अंत तक हमारे पास एक वैक्सीन हो सकती है।
बताते चलें कि, चीन ने कोरोना की कई वैक्सीन तैयार की हैं। चीन चाहता है कि इसे दुनियाभर को देने में WHO उसकी मदद करे। चीन में हजारों लोगों को टीके लगाए गए हैं, लेकिन किसी भी वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल अभी पूरा नहीं हो पाया है। जिसके चलते वैक्सीन सेफ है या फिर अनसेफ, इसे लेकर एक्सपर्ट्स चिंता जता रहे हैं।
बता दें कि देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 66,85,083 हो गई है| वहीं 9,19,023 सक्रिय मामले हैं और 56,62,491 लोग सही हो चुके हैं। हालांकि अब तक 1,03,569 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही पिछले 24 घंटे में 61,267 नए केस सामने आए हैं, वहीं 884 मौतें हुईं।