Success Story: नौकरी छोड़कर शुरू किया खुद का बिजनेस, आज हर महीने कमाते हैं 10 लाख रुपये

नई दिल्ली. कई लोग जॉब छूट जाने पर तनाव में चले जाते हैं और हिम्मत हार जाते हैं. मगर ये स्टोरी ऐसे शख्स की है जिसने नौकरी चले जाने पर अपने दिल की सुनी और आज एक बड़ा बिजनेसमैन बन गया. हम बात कर रहे हैं 26 साल के जयगुरु आचार हिंडर की, जो एक प्राइवेट कंपनी में सिविल इंजीनियर थे. मगर बाद उन्होंने गाय के गोबर और दूध से अपना बिजनेस खड़ा कर लिया. जिस पानी से गायों को नहलाया जाता और वो गोशाला से निकलता है हिंडर उसे भी बेच कर पैसा कमा रहे हैं. उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी और इसी काम में जी जान से जुट गए. आज हिंडर इस बिजनेस से काफी मुनाफा कमा रहे हैं.

ऐसे शुरू किया खुद का बिजनेस

जयगुरु आचार हिंडर दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर तालुक के मुंडुरु गांव में रहते हैं. उन्होंने विवेकानंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पुत्तूर से इंजीनियरिंग में ग्रेजुशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद वे एक प्राइवेट कंपनी में 22000 रुपये महीने की सैलरी पर जॉब करने लगे. इस जॉब में उनका मन नहीं लगा. उनको खेती करना पसंद था. उनके घर में 10 गाय थीं. बचपन से ही हिंडल पशुओं के साथ समय बिताते थे.

जॉब में नहीं लगा मन तो छोड़ दी नौकरी

हिंडर का जॉब में मन नहीं लगता था. इसलिए उन्होंने 2 साल पहले 2019 में जॉब छोड़ दी. वो अपने पिता के साथ खेती का काम करने लगे. उन्होंने इनकम बढ़ाने के कई रास्ते निकाले. हिंडर ने इंटरनेट पर कई वीडियोज देखने के बाद पटियाला जाने का फैसला किया. इसके बाद उनके दिमाग में एक आइडिया आया और उन्होंने एक मशीन खरीदी. ये मशीन गोबर को सुखाती है. इससे वे अब हर महीने सूखे गोबर के 100 थैले बेचते हैं और इससे अच्छी खासी कमाई करते हैं.

यहाँ से भी होती है मोटी कमाई

इसके अलावा हिंडर गाय के गोबर का घोल बेचते हैं. इसमें गोबर, गाय मूत्र और गायों को नहलाने पर मिला बेकार पानी शामिल होता है. इस घोल को टेंकरों के जरिए सप्लाई किया जाता है. उनके पास एक टैंकर है. हिंडर रोज एक टैंकर घोल सप्लाई कर पाते हैं. इससे उन्हें प्रति लीटर पर 11 रुपये तक की कमाई होती है. ये घोल खेतों में जैविक खाद का काम करता है.

हिंडर ने अपनी पढ़ाई के दौरान डेयरी और इसके उत्पादन को बढ़ाने के कई तरीके खोजे. अब हिंडर के पास 130 पशु हैं. वे रोजाना 750 लीटर दूध और हर महीने 30-40 लीटर घी बेचते हैं. 10 एकड़ में फैले उनके फार्महाउस में वे ये कारोबार करते हैं. इससे उन्हें हर महीने 10 लाख रुपये की कमाई होती है. वे अब दूध से बनने वाले प्रोडेक्ट बनाने वाली यूनिट लगाना चाहते हैं.

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