Kumar Sangakkara: आईपीएल 16 में कल राजस्थान रॉयल्स ने गुजरात टाइटंस (GT vs RR) को तीन विकेट से हरा दिया। टॉस हारकर पहले खेलते हुए गुजरात टाइटंस ने 20 ओवर में 177 रन बनाए थे। इसके जवाब में RR ने कप्तान संजू सैमसन(60) और शिमरन हेटमायर(56) की पारियों की बदौलत मुकाबला जीत लिया। संजू सैमसन (Sanju Samson) की इस पारी को लेकर टीम के कोच कुमारा संगाकारा (Kumar Sangakkara) ने ड्रेसिंग रूम में उन्हें एक हैरान कर देने वाली बात कही। उन्होंने कहा कि संजू सैमसन के सामने राशिद खान तो क्या मुथैया मुरलीधरण,शेन वार्न भी कुछ नहीं है। उन्होंने ऐसा क्यों कहा, आइए जानते हैं।
कप्तानी पारी खेल कर टीम को जिताया

कल IPL 16 में डबल हेडर का दिन था। दिन के दूसरे मुकाबले में हार्दिक पांड्या की अगुवाई वाली गुजरात टाइटंस का सामना संजू सैमसन की अगुवाई वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम से हुआ। टॉस जीता था राजस्थान रॉयल्स की टीम ने और उन्होंने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात टाइटंस की टीम ने शुभमन गिल(45) और डेविड मिलर(46) की पारियों के दम पर 177 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। RR ने कप्तान संजू सैमसन(60) और शिमरन हेटमायर(56) की पारियों की बदौलत लक्ष्य को पार कर लिया। इस जीत से RR के पांच मैचों में चार जीत और एक हार सहित 8 अंक हो गए हैं।
“गेंद को खेलो,गेंदबाज को नहीं”

राजस्थान रॉयल्स की टीम ने कल गुजरात टाइटंस को उन्हीं के घर में पराजित किया। इस जीत में सबसे अहम भूमिका निभाई संजू सैमसन(60) और शिमरन हेटमायर(56) ने जिनकी पारियों की बदौलत RR ने बाजी मार ली। एक समय ऐसा लग रहा था कि शायद राजस्थान की टीम के हाथों से यह मैच फिसल जाए लेकिन तभी संजू सैमसन ने राशिद खान के एक ही ओवर में लगातार तीन छक्के जड़कर अपनी टीम के उपर से दवाब हटा दिया। इसपर मैच के बाद टीम के कोच कुमारा संगाकारा ने ड्रेसिंग रूम में उनसे कहा कि उनके सामने राशिद खान तो क्या मुथैया मुरलीधरण,शेन वार्न भी कुछ नहीं है। उन्होंने कहा,
“संजू, आपने ना केवल पावरप्ले में जब टीम मुश्किल में थी उससे बाहर निकाला लेकिन उसके बाद राशिद खान के उस ओवर में जिस तरह से छक्के लगाए वहीं से गेम पलट गया। वो एक गेम चेंजर था। वो उनकी टीम के बेस्ट बॉलर थे और उनको दुनिया का बेस्ट टी20 गेंदबाज कहा जाता है
लेकिन आपने उनको बुरी तरह से धो दिया। इससे पता चलता है कि जब आप अपने लय में होते हैं तो फिर कुछ भी संभव है, फिर फर्क नहीं पड़ता है चाहें वो राशिद खान हों, मुरलीधरन हों या फिर शेन वॉर्न हों। गेंद को खेलिए गेंदबाज को नहीं। बहुत ही जबरदस्त बल्लेबाजी की आपने।”