बारिश के चलते सब्जियों के दाम कम नहीं हो रहे हैं। आलू-प्याज छोड़ दिया जाए तो तो बाकी सब्जियों के दाम एक बार फिर चढ़ गए हैं। 36 रुपये किलो से नीचे कोई सब्जी नहीं है। वहीं गली-मोहल्लों में सब्जी का ठेला लेकर जाने वाले विक्रेता लोगों से दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं। बीते दिनों महेवा मंडी में भरपूर आवक की वजह से सब्जियों के दाम कम हुए थे। थोक कारोबारियों के मुताबिक अक्टूबर के मध्य तक परवल-भिंडी को छोड़ बाकी सब्जियों की कीमत पचास फीसद तक कम हो जाएगी। क्योंकि इस सीजन में सब्जियों की पैदावार ज्यादा होती है।
अब इतनी बढ़ गई है कीमत
दाम ज्यादा होने के कारण मध्यम वर्ग के परिवारों की थाली से ज्यादातर हरी सब्जियां गायब हो चुकी हैं। बाजार में जाकर सब्जी खरीदने के बारे में उन्हें कई बार सोचना पड़ रहा है। दस दिन पहले तक जिस सब्जी की कीमत 30 से रुपये किलो थी अब वह 48 रुपये के दाम तक पहुंच चुकी है। सब्जियां महंगी होने की वजह से बिछिया, सूरजकुंड, बेनीगंज, गोरखनाथ, कूड़ाघाट, साहबगंज, धर्मशाला बाजार, बरदगवां, राजेंद्रनगर, जाफरा बाजार, बशारतपुर, कृष्णानगर समेत शहर के अधिकांश फुटकर बाजार में सब्जी की दुकानें भी लगनी कम हो गई हैं। गली-मोहल्लों में भी सब्जी के ठेले कम ही नजर आ रहे हैं।
बुधवार को सब्जी का भाव
आलू 15-18
प्याज – 24-30
गोभी – 48-56
खीरा – 36-40
नेनुआ – 40-48
भिंडी – 40-48
बैगन – 36-44
टमाटर – 25-30
परवल – 70-80
हरी मिर्च – 60-70
नोट : क्वालिटी के हिसाब से सब्जियों की कीमत कम या ज्यादा हो सकती है।