प्रोपेगेंडा चलाने में चीन का कोई जोड़ नहीं है। लेकिन चीन का ये प्रोपगेंडा उस पर ही भारी पड़ गया है। चीन ने एक सीसीटीव फुटेज दिखाया और बताया किमई महीने में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को गलवान घाटी में भारतीय इलाके की तरफ वैध गतिविधियों से रोकने का प्रयास किया था लेकिन इससे ये साबित होता दिख रहा है कि भारत नहीं चीन घुसपैठ कर रहा था।
चीन ने दिखाया वीडियो
चीन ने जाने-अनजाने ये स्वीकार कर लिया कि उसने घुसपैठ की। दरअसल, चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी-4 पर दिखाए गए प्रोग्राम में भारत के एक हेलीपैड और गलवान नदी के पेट्रोल प्वाइंट-14 पर शिविर दिखाए दे रहे हैं। ये समुद्र से करीब 14 हजार किमी की ऊंचाई पर स्थित हैं।
भारत ने गिराया था अवैध निर्माण
चीन की सरकारी पिट्ठू मीडिया द्वारा सैटलाइट तस्वीरों में यह साफ नजर आ रहा है कि भारतीय सैनिक और हेलीपैड वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय इलाके में थे। माना जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने जबरन भारतीय सैनिकों को भारत की तरफ और पीछे ढकेला है।
इसके साथ ही हेलीपैड और उसके आसपास के इलाके पर कब्जा कर लिया। 16 जून को आई सैटलाइट की तस्वीरों में साफ नजर आया कि भारतीय पक्ष ने खूनी संघर्ष के दौरान वहां बनाए गए चीन के शिविर को नष्ट कर दिया था जो कि पूरी तरह अवैध थे।
कर लिया सेल्फ गोल
सीसीटीवी और सैटेलाइट की इन तस्वीरों प्रोपेगेंडा चलाने का वीडियो चीन पर भारी पड़ गया है और इसके चलते भारत का दावा पूरे इलाके पर मजबूत हो गया है। आपको बता दें कि इसी गलवान घाटी के इलाक़े में चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और टकराव बढ़ गया था।