लद्दाख के लोगों की मांग थी उन्हें केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए और वो पूरी हो चुकी है। लद्दाख की सीमा कट्टर दुश्मन ओर धोखेबाज चीन के साथ मिलती है जो अभी देश के लिए मुसीबत बना है। ऐसे में ये बेहद है कि लद्दाख का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाया जाए इसके लिए तमाम तरह के प्रयास भारत सरकार कर रही है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसका दावा करते रहे हैं।
बौखलाया है चीन
लद्दाख में जिस तरह से रोड समेत तमाम विकास कार्य हो रहे हैं ये चीन को चुभ रहे हैं। यही वजह है कि चीन आए दिन अपने गंदे मंसूबे सभी के सामने लाता रहा है। क्योंकि पहले चीन को विकास न होने के चलते फायदा होता था और वो भारत को परेशान करता था लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा और यही उषकी बौखलाहट का कारण है।
पर्यटन है मुख्य आमदनी
लद्दाख भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में है लद्दाख के मुख्य रोज़गार के साधनों में पर्यटन सबसे बड़ा हथियार है. पर्यटन के सहारे ही यहां के लोगों की आजीविका चलती है। इसीलिए भारत सरकार लद्दाख को पर्यटकों के लिए एक शानदार लोकेशन के तौर पर विकसित कर रहा है, जो कि रणनीतिक और सामरिक तौर पर बेहद अहम होगा।
विकास पथ पर अग्रसर लद्दाख
लद्दाख में भारत सरकार नई सड़कें बनाने के साथ ही टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। पीएम मोदी के इसी विकास प्लान का एक बड़ा हिस्सा है। लेह एयरपोर्ट का आधुनिकीकरण होगा। पूरे देश को लद्दाख से जोड़ना वाला ये इकलौता एयरपोर्ट है- जिसका नाम- कुशक बाकुला रिम्पौछे है।
अब लद्दाख के इस एयरपोर्ट पर नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है जो कि आधुनिकता के साथ साथ लद्दाख की कला एवं संस्कृति पर आधारित होगी लद्दाख अपनी खुबसूरती की वजह से दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी तरफ खींचता है और साल में कई हजार टूरिस्ट यहां आते हैं। इसी वजह से लेह एयरपोर्ट को बेहद आधुनिक तरीके से बनाने का प्लान किया गया है। ये टूरिज्म समेत भारतीय वायूसेना के लिए भी महत्वपूर्ण है।