असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई का सोमवार के दिन निधन हो गया है. जानकारी के मुताबिक उनकी हालत काफी गंभीर थी. जिसके चलते असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी अपने कार्यक्रम रद्द करके वापस गुवाहाटी आ गए थे. सर्बानंद सोनोवाल ने ट्वीट करते हुए इस बारे में जानकारी भी दी थी. उन्होंने लिखा कि,
” मैं डिब्रूगढ़ के कार्यक्रम को रद्द करके वापस तरुण दादा को देखने के लिए और उनके पास रहने के लिए आ रहा हूं”.
उन्होंने बताया कि, पूर्व मुख्यमंत्री की हालत काफी ज्यादा नाजुक बनी हुई है , वह मेरे लिए पिता के समान रहे हैं. हमेशा लोगों के साथ उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं “.
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने भी दी थी जानकारी
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के स्वास्थ्य के बारे में मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने भी जानकारी दी थी. उन्होंने बताया कि , ”80 साल की उम्र पार कर चुके वरिष्ठ कांग्रेस के नेता की देखभाल 9 चिकित्सकों की टीम कर रही है”.
उन्होंने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए बताया कि, ” पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता तरुण गोगोई जी की मौजूदा हालत बेहद नाजुक बनी हुई है, और डॉक्टर लगातार बेहतर प्रयास कर रहे हैं”.
इसके अलावा गोगोई जी के बेटे के साथ जीएमसीएच में मौजूद असम के स्वास्थ्य मंत्री ने भी बताया था कि, ”पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति बहुत ज्यादा नाजुक और चिंताजनक बनी हुई है. वह पूरी तरह जीवन रक्षक उपकरण पर है. डॉक्टर भी लगातार प्रयास कर रहे हैं. मै उनकी स्थिति में सुधार के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहा हूं”.
6 घंटे तक की गई थी डायलिसिस
सरमा ने बताया कि, ” गोगोई के अंगों ने काम करना भी बंद कर दिया है. उनके दिमाग को कुछ संकेत मिल रहा है. आंखें तो चल रही है, पेसमेकर लगाए जाने के बाद उनका सिर्फ दिल काम कर रहा है इसके अलावा सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया”. ‘
उन्हें रविवार को 6 घंटे तक डायलिसिस लिए भी रखा गया था. जो दोबारा विषाक्त चीजों से भर गया . अब ऐसे हालत नहीं है कि, दोबारा डायलिसिस किया जा सके”.
कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे 84 साल के तरुण गोगोई जी
84 साल के तरुण गोगोई को 2 नवंबर को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. शनिवार को उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. 25 अगस्त को कोरोना वायरस में पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें जीएमसीएच में भी भर्ती करवाया गया था. 25 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. बता दे, असम के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं.