कहीं सड़ रहा कच्चा माल तो कहीं मजदूर नहीं, किसान आंदोलन का कारोबार पर 50 फीसद प्रभाव

पूरे देश में किसान आंदोलन लगातार जारी है, जिसे लेकर किसान भी पीछे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है। किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार भी लगातार बातचीत से हल निकालने के प्रयास में लगी हुई है। पंजाब में किसानों ने नाराजगी जाहिर करते हुए लगभग 1600 टावर को भी निशाना बनाया। इस आंदोलन का असर सड़कों से लेकर बाजार तक पर भी पड़ रहा है। इतना ही नहीं, इस आंदोलन की वजह से कारोबार पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ा है।

कहीं सड़ रहा कच्चा माल तो कहीं मजदूर नहीं, किसान आंदोलन का कारोबार पर 50 फीसद प्रभाव

कितना पड़ रहा है असर

किसान आंदोलन के कारण कारोबार पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव में अगर आंकड़े को लेकर समझे तो पिछले करीब डेढ़ महीने से 50 फ़ीसदी तक कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर कंपनियों का जायजा लिए जाने के दौरान पता चला कि, यहां पर कच्चे माल की सप्लाई कम हो रही है। जिस कारण मैन्युफैक्चरिंग पर भी असर पड़ रहा है।

किसान आंदोलन के कारण ना सिर्फ सरकार, कंपनियां बल्कि अन्य बड़ी इंडस्ट्री भी समस्या में आ चुकी है। पिछले 1 महीने में लगभग 50 फ़ीसदी कारोबार घट चुका है, जिस वजह से काफी नुकसान पहुंचा।

कहीं सड़ रहा कच्चा माल तो कहीं मजदूर नहीं, किसान आंदोलन का कारोबार पर 50 फीसद प्रभाव

इस तरह पड़ रहा कारोबार पर असर

किसान आंदोलन के कारण कई जगहों पर माल तो तैयार है, लेकिन डिलीवरी में काफी समस्या आ रही है। बड़ी-बड़ी कंपनियों में भी आर्डर के मुकाबले सप्लाई नहीं हो पा रही है। ट्रांसपोर्टर भी खेप पर अब 3000-3500 रु ले रहे हैं। इन सब को लेकर सिर्फ कंपनियों में मैन्युफैक्चरिंग की समस्या ही नहीं आई है, बल्कि काम करने वाले मजदूर भी कम हो चुके हैं। मजदूरों की कमी की वजह से कच्चा माल भी सड़ने लगा है।

कहीं सड़ रहा कच्चा माल तो कहीं मजदूर नहीं, किसान आंदोलन का कारोबार पर 50 फीसद प्रभाव

किसान आंदोलन का 43 वां दिन चल रहा है, जिस कारण अब आगे भी काफी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी तक आने-जाने में काफी समस्या हो रही है, जिसके बाद कर्मचारियों को एक दिन छोड़कर बुलाया जा रहा है। ऐसे हालात में सरकार किसानों से बातचीत करने और मामले को लेकर हल निकालने में लगातार कोशिश कर रही है।

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Urvashi Srivastava

मेरा नाम उर्वशी श्रीवास्तव है. मैं हिंद नाउ वेबसाइट पर कंटेंट राइटर के तौर पर...