14 years oild Girls: अमेरिका के विस्कॉन्सिन की 14 वर्षीय बच्ची (14 years oild Girls) जूजा बेइन बचपन से ही कैंसर से जूझ रही हैं. डॉक्टरों ने बार-बार उम्मीद छोड़ दी, लेकिन जूजा ने कभी हार नहीं मानी. लंबे उपचार, दर्दनाक सर्जरी और कठिन कीमोथेरेपी के बावजूद, वह हर दिन मुस्कुराते हुए जीती रहीं. इसी बीच चलिए आगे जानते हैं इस बच्ची ने कितना दर्द झेला?
दर्द के बीच हंसते हुए बिताया जीवन
कैंसर का दर्द हंसते-हंसते सह गई वो…
‘मैं लगातार मेडिसिन पर हूं, क्योंकि मेरा शरीर बहुत ज्यादा दर्द करता है. चल भी नहीं पा रही हूं.’ ‘मेरे पास 24 घंटे सपोर्ट है, प्रार्थनाएं करते रहें और हौसला देते रहें.’ कुछ ही दिन पहले उसने ये मैसेजेस पोस्ट किए थे, लेकिन अब वो इस दुनिया में… pic.twitter.com/0QCSHQkK0T
— NDTV India (@ndtvindia) September 24, 2025
परिवार और दोस्तों के अनुसार, जूजा स्वभाव से बहुत खुशमिजाज़ थी. स्कूल में पढ़ाई के अलावा, बच्ची (14 years oild Girls) को पेंटिंग और संगीत का भी शौक था. कैंसर के कारण शरीर कमज़ोर होने के बावजूद, उसने कभी अपनी उदासी ज़ाहिर नहीं होने दी. अस्पताल में भर्ती होने के दौरान भी, वह अन्य मरीजों को हंसाने और उनका उत्साह बढ़ाने की कोशिश करती रहीं.
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मौत पर रो पड़ी दुनिया
हाल ही में जब जूजा का निधन हुआ, तो पूरा इलाका शोक में डूब गया. सोशल मीडिया पर हज़ारों लोगों ने उनकी बहादुरी को सलाम किया. कई लोगों ने लिखा कि जूजा ने दिखाया कि जीवन का असली मतलब मुश्किलों में भी मुस्कुराना है. बच्ची (14 years oild Girls) की कहानी ने न केवल परिवार को बल्कि अनगिनत अजनबियों को भी गहराई से प्रेरित किया है.
यादों में जिंदा रहेगी उसकी हिम्मत
जूजा बेन भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी हिम्मत और मुस्कान हमेशा याद रखी जाएगी. डॉक्टरों और शिक्षकों का कहना है कि इतनी कम उम्र में उन्होंने जो साहस दिखाया, वह बड़े-बड़े दिग्गजों के लिए भी एक मिसाल है. जूजा की यात्रा यह साबित करती है कि बीमारी शरीर को कमज़ोर कर सकती है, लेकिन वह आत्मा और मुस्कान को कभी नहीं हरा सकती। बच्ची (14 years oild Girls) की स्मृति आने वाली पीढ़ियों को जीवन के सच्चे संदेश के साथ प्रेरित करती रहेगी।