Muslim Lady Bouncer : जमाना चाहे कितना भी बदल गया हो लेकिन आज भी महिलाओं को रसोई और घर के कामों तक ही सीमित रहना बेहतर माना जाता है। हमारे समाज में आज भी हमारे घरों में कई ऐसे लोग हैं जो महिलाओं को चारदीवारी के भीतर सीमित रखना ही अपना धर्म, अपनी परंपरा मानते हैं।
इतिहास इस बात का गवाह है कि जब-जब महिलाओं को उनके लक्ष्य को प्राप्त करने से रोका गया है, हर बार महिलाओं (Muslim Lady Bouncer) ने दुर्गा का रूप धारण कर हुंकार भरी है और महिला सशक्तिकरण का सच्चा उदाहरण दिया है।
पहली मुस्लिम बाउंसर मेहरुनिस्सा शौकत अली
हर बार दुनिया ने महिलाओं (Muslim Lady Bouncer) की ऊंची उड़ान देखी है। मेहरुनिस्सा शौकत अली यह नाम आम होते हुए भी खास है। खास इसलिए क्योंकि मेहरुनिस्सा उस महिला का नाम है जो डरी नहीं, झुकी नहीं बल्कि हमेशा कदम दर कदम आगे बढ़ती रही।
दिल्ली के हौज खास गांव में एक सोशल में बाउंसर के तौर पर काम करने वाली मेहरुनिस्सा शौकत अली कभी सेना या पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखा करती थीं। उन्होंने अपने सपने को नई दिशा दी और अब वह बाउंसर हैं।
आइए जानते है कौन हैं मेहरुनिस्सा शौकत अली?
आइए जानते है शौकत अली की इस प्रेरक कहानी के बारे में। सहारनपुर के एक बड़े मुस्लिम (Muslim Lady Bouncer) परिवार में पली-बढ़ी मेहरुन्निसा का सपना सेना में भर्ती होने या पुलिस अधिकारी बनने का था। लेकिन उनके रूढ़िवादी पिता उन्हें शिक्षा देने या काम पर जाने देने के खिलाफ थे। सहारनपुर के एक मुस्लिम परिवार में जन्मी जहां बेटियों को घर से बाहर निकलने और किसी से बात करने या यहां तक कि किसी की तरफ देखने की भी इजाजत नहीं थी।
घरवालों ने पढ़ाई को लेकर भी लगाई रोक
महिला बाउंसर (Muslim Lady Bouncer) मेहरुनिस्सा के पढ़ाई पर भी पाबंदी थी। जब उनके पिता ने उन्हें छिपकर पढ़ते देखा तो घर की बिजली काट दी। उन्होंने अपनी किताबें चूल्हे में जला दीं। इसके बावजूद मेहरुन्निसा शौकत अली ने न सिर्फ एमए तक पढ़ाई की, बल्कि देश की पहली महिला बाउंसर बनकर परिवार और समाज की रूढ़िवादी सोच को भी चुनौती दी। हालांकि मेहरुन्निसा ने इन सारी रूढ़िवादी सोच को तोड़कर यह साबित कर दिया है कि महिलाएं खुद की सुरक्षा के साथ-साथ दूसरों को भी सुरक्षा दे सकती हैं।
बॉलीवुड की हस्तियों को देती है सिक्योरिटी
महिला बाउंसर (Muslim Lady Bouncer) मेहरुन्निसा दिल्ली के हौज खास गांव के एक मशहूर कैफे सोशल में बाउंसर के तौर पर काम कर रही हैं। इतना ही नहीं, वह बॉलीवुड समेत कई मशहूर हस्तियों को सुरक्षा देती हैं। मेहरुन्निसा हमेशा से लड़ाकू रही हैं। उन्होंने समाज ही नहीं बल्कि अपनों से भी लड़कर यह मुकाम हासिल किया है। उनके संघर्ष की कहानी महिलाओं के लिए प्रेरणादायी है।
मेहरुनिस्सा दे रही 2500 लड़कियों को रोजगार
मेहरुन्निसा के लिए बाउंसर (Muslim Lady Bouncer) बनना भी सम्मान की बात है। उनका कहना है कि उन्हें अपने काम पर गर्व है और वे दूसरी महिलाओं को भी इस क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। अब वे दो पार्टनर के साथ मिलकर ‘मर्दानी बाउंसर’ और ‘डॉल्फिन सिक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड’ नाम से अपनी कंपनी चला रही हैं। हाल ही में उनकी सिक्योरिटी सर्विस के ज़रिए 2,500 से ज़्यादा लड़कियों और लड़कों (Muslim Lady Bouncer) को रोज़गार मिला है।
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