Aman Sehrawat : भारत को युवा एथलीट अमन सहरावत (Aman Sehrawat) ने पेरिस ओलंपिक के 14वें दिन कांस्य पदक दिलवाया. अमन से पूरे देश को उम्मीद थी और वह इस उम्मीद पर खरे भी उतरे हैं. हालांकि अमन 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग के सेमीफ़ाइल में गुरुवार को जापान के शीर्ष पर रे हिगुची से हार गए थे. इस तरह उनका स्वर्ण पदक जीतने का मौका तो टूट गया लेकिन उन्होंने कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया. अमन सहरावत ने कांस्य पदक मैच में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ को हरा दिया. उन्होंने एक तरफा तरीके से 13-5 से मैच अपने नाम किया.
डेब्यू ओलंपिक में Aman Sehrawat ने कुश्ती में जीता कांस्य
अमन (Aman Sehrawat) ने इस मैच में अपना दबदबा कायम रखा. इसी के साथ पेरिस ओलंपिक में भारत ने अब कुल 6 मेडल जीते. इसमें 5 ब्रॉन्ज हैं तो 1 सिल्वर मेडल है. कुश्ती के खेल में इस ओलंपिक में भारत ने पहला पदक जीता है. अमन को ब्रॉन्ज़ मेडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देश से बधाई मिल रही हैं. लेकिन अमन के सामने भी ठीक वैसी ही स्थिति पैदा हो गई थी जैसी विनेश फोगाट के सामने आई.
विनेश की तरह अमन का भी बढ़ा था वजन
Aman Sehrawat with the Bronze Medal. 🥉
– The youngest ever Indian to win an Olympic medal. 🇮🇳 pic.twitter.com/yzIYN8PUC2
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) August 10, 2024
इस मुकाबले से ठीक पहले अमन (Aman Sehrawat) के सामने भी विनेश फोगाट जैसी स्थिति आ गई थी. सेमीफाइनल मैच के बाद अमन का वजन 61 किलो से ज्यादा हो गया था जो तय सीमा से काफी ज्यादा था. इसके बाद कोच की कड़ी मेहनत के दम पर अमन ने अपना वजन 10 घंटे के भीतर 57 किलो के नीचे किया. और ब्रॉन्ज मेडल मैच में चुनौती के लिए खुद को तैयार किया. इस दौरान अमन को जहां एक घंटे तक गर्म पानी से नहलाया गया.
10 घंटे में 4 किलो वजन कम कर मैच में उतरे अमन
दरअसल अमन (Aman Sehrawat) का यह पहला ओलंपिक था और उन्होंने अपने पहले ही ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है. इस ओलंपिक में कुश्ती में भारत का खाता खुला हैं. विनेश फोगाट के डिसक्वालिफाई होने के बाद उदासी में डूबे भारतीयों को उन्होंने खुशियां दी हैं. इससे पहले गुरुवार को सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में अमन सहरावत को हार का सामना करना पड़ा था. सेमीफ़ाइनल में अमन का मुक़ाबला जापान के रे हिगुची के साथ था. इस मैच में अमन को 10-0 से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले अमन ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अल्बानिया के अबकारोव को 12-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.
सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य में जीता मुकाबला
वहीं अमन (Aman Sehrawat) ने पहले दौर में पूर्व यूरोपीय चैंपियन व्लादिमीर एगोरोव को 10-0 से मात दी थी. अमन पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र कुश्ती में पुरुष एथलीट हैं. हालाँकि उन्होंने कुश्ती में पदक जीतने की लय को बरकरार रखा. इससे पहले भारत ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक से हर ओलिंपिक में कुश्ती में मेडल जीता है. 2008 में सुशील कुमार ने कांस्य, 2012 में सुशील ने रजत और योगेश्वर दत्त ने रजत पदक, 2016 में साक्षी मलिक ने कांस्य, 2020 टोक्यो ओलंपिक में बजरंग पूनिया ने रजत पदक और रवि दहिया ने रजत पदक जीता था. अब अमन ने भी ये कारनामा कर दिखाया है.
16 साल से लगातार भारत कुश्ती में जीत मेडल
अमन सहरावत (Aman Sehrawat) के करियर कि बात करें तो उन्होंने 2021 में अपना पहला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीता. वह कोच ललित कुमार के अंडर ट्रेनिंग लेते थे. इसके बाद 2022 में अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सहरावत अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने. उन्होंने 2022 के एशियाई खेलों में 57 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता. वहीं अप्रैल 2023 में उन्होंने अस्ताना में 2023 एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता हैं.
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