Heart Attack: उत्तरप्रदेश के तहसील क्षेत्र आलापुर में हार्ट अटैक (Heart Attack) से हो रही मौतों से कोहराम मचा हुआ है। एक ही दिन में 3 मौतों से लोग काफी डरे हुए हैं और स्थिति चिंताजनक है। थाना क्षेत्र राजेसुल्तानपुर अंतर्गत एक ही दिन में हार्ट अटैक से हुई तीन मौतों के कारण लोगों के बीच डर का माहौल है।
पहली घटना फरीदपुर हेथरिया गांव निवासी चंद्रेश पाल पुत्र सतई पाल उम्र करीब 40 वर्ष, दूसरी अल्लीपुर बरजी गांव निवासी दीपू कुमार पुत्र स्वर्गीय मटरू उम्र करीब 30 वर्ष और तीसरी घटना अनुज कुमार पुत्र हरिश्चंद्र उम्र करीब 24 वर्ष गांव बनकटा बुजुर्ग की कल हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई।
तीन अलग-अलग जगह हार्ट अटैक से हुई मौत
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक चंद्रेश पाल दिल्ली के रोहिणी नगर में रहते थे और दूरसंचार विभाग में एसडीओ के पद पर कार्यरत थे। सुबह शौचालय में हार्ट अटैक (Heart Attack) से उनकी मौत हो गई। मौत के बाद उनका पोस्टमार्टम कराया गया और दिल्ली में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक की पत्नी अर्चना व 2 वर्षीय पुत्री लाडो का रो-रोकर बुरा हाल है। उसकी मासूम पुत्री लाडो केवल पापा-पापा कह कर रो रही है। 27 अप्रैल को लाडो का दूसरा जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया था।
अल्लीपुर केरजी दीपू कुमार की भी हुई मौत
अल्लीपुर बरजी गांव निवासी स्वर्गीय मटरू के पुत्र दीपू कुमार जो अयोध्या में रहकर मजदूरी करते थे। उनकी रात 10 बजे अचानक सीने (Heart Attack) में दर्द होने से तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी वंदना व 3 वर्षीय पुत्री अन्नया का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पिता की 15 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। परिवार की सारी जिम्मेदारी मृतक के कंधों पर थी। मृतक की मां शीला देवी बार-बार रो-रो कर बेहोश हो जा रही हैं।
बनकटा गांव के अनुज की भी हार्ट अटैक से मौत
तीसरी दुःखद घटना यह है कि बनकटा बुजुर्ग गांव निवासी हरिश्चंद्र के पुत्र अनुज कुमार की कल बारात पड़ोसी जनपद आजमगढ़ के हुस्सेपुर गांव में गई थी। बारात में मृतक खुशी से डीजे पर डांस कर रहा था। कुछ देर बाद रात करीब 10 बजे उसके सीने (Heart Attack) में दर्द उठा। लोग उसे अस्पताल ले जाते इससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक की पत्नी मालती व मां अनीता बदहवास हैं। मृतक की शादी तीन वर्ष पूर्व हुई थी। मृतक का एक वर्ष का बेटा श्रीषभ भी है। मृतक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। मृतक का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
तीनों परिवार में गम का माहौल छाया
तीनों परिवारों में गम का माहौल है। आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। समाजसेवी मित्रसेन यादव व बिंद्रेश ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है। लोगों ने बताया कि एसडीओ के पद पर कार्यरत एक युवक का अंतिम संस्कार दिल्ली में ही कर दिया गया। बाकी दो युवकों का अंतिम संस्कार अलापुर के कम्हरिया घाट पर किया गया।
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