Pakistan: देश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की धरती पर छिपे गद्दार चाहे कितनी भी चालाकी से छिप जाएं, वे कानून की नजर से बच नहीं सकते। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ ने न सिर्फ सीमा पार बैठे दुश्मनों की नींद उड़ा दी है, बल्कि देश के भीतर छिपे गद्दारों की कमर भी तोड़ दी है.
देश में कुछ ऐसे गद्दार बैठे हैं जो अपनी देशभक्ति पाकिस्तान (Pakistan) को बेच चुके हैं और भारतीय सैनिकों की मौत के लिए भी जिम्मेदार हैं.
देवेंद्र सिंह
हरियाणा के कैथल जिले के मस्तगढ़ गांव से गिरफ्तार किया गया देवेंद्र सिंह एक पूर्व सैनिक का बेटा है। वह लंबे समय से पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सेना की गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था।
सूत्रों की मानें तो देवेंद्र फेसबुक के जरिए पाकिस्तान में बैठे एक हैंडलर के संपर्क में आया था. बदले में उसे हर सूचना के लिए 5 से 10 हजार रुपए मिलते थे.
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ज्योति मल्होत्रा
गिरफ्तार आरोपियों में सबसे चौंकाने वाला नाम ज्योति मल्होत्रा का है, जिसने पॉपुलर इंस्टा-यूट्यूब इन्फ्लुएंसर की आड़ में जासूसी का खतरनाक खेल खेला। ज्योति मल्होत्रा एक निजी संस्था में काम करती थी. शुरुआती जांच में पता चला है कि वह सोशल मीडिया के ज़रिए पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़ी हुई थी.
वह व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे माध्यमों से संवेदनशील सूचनाएं भेजती थी, जिसमें सेना की आवाजाही, छावनी क्षेत्रों की तस्वीरें और रणनीतिक सूचनाएं शामिल थीं. जांच एजेंसियों के अनुसार, ज्योति को दुबई के एक कथित हैंडलर के जरिए भुगतान किया गया था.
रामपुर निवासी शहजाद
एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि रामपुर का एक युवक शहजाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तस्कर का काम करता है और उसे आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है. वह आईएसआई के लिए जासूसी कर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है.
वह भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच कॉस्मेटिक्स, कपड़े, मसाले और अन्य वस्तुओं की तस्करी करता है और इसकी आड़ में आईएसआई के लिए काम करता है. वह लगातार आईएसआई एजेंटों के संपर्क में रहता है और देश की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारियां साझा करता है।
नोमान इलाही
आरोपी हरियाणा के पानीपत जिले का रहने वाला था। आरोपी का नाम नोमान इलाही है, जो पेशे से कंप्यूटर ऑपरेटर था। लेकिन उसकी असली पहचान पाकिस्तान के लिए काम करने वाले ‘डार्क वेब’ जासूस की थी.
नोमान ने कई बार विदेशी नंबरों पर रेलवे और सैन्य मूवमेंट की जानकारी भेजी थी। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने कई बार लोगों से नकदी के बदले यूएसबी ड्राइव और दस्तावेज लिए और उन्हें डार्कनेट के जरिए अपलोड किया।
यमीन मोहम्मद
सबसे पहले पंजाब से दो जासूस गजाला और यामीन मोहम्मद पकड़े गए। पंजाब की मलेरकोटला पुलिस ने इन दोनों जासूसों को गिरफ्तार किया। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान (Pakistan) उच्चायोग में काम करने वाला दानिश इनसे मिलता था।
वे पाकिस्तान का वीजा बनवाने के लिए उसके पास जाते थे।इतना ही नहीं, दानिश द्वारा उनके मोबाइल पर ऑनलाइन पैसे भी ट्रांसफर किए जाते थे।
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