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IPS बनने का किया ड्रामा! दो साल तक ‘लेडी सिंघम’ बनकर सबको चूना लगाती रही मूली देवी, अफसरों संग भी बनाई REEL

Fake Ips Officer

Fake IPS Officer: जहां लोगों के लिए आईपीएस ऑफिसर (Fake IPS Officer) बना टेड़ी खीर होता है, वहीं एक महिला ने दो साल तक आईपीएस ऑफिसर बनकर लोगों को चुना लगाया है। इतना ही नहीं उसने पूरी मौज ली और खूब शान से जिन्दगी जी है। लेकिन अब उसका पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। आइए जानते हैं इस नकली आईपीएस ऑफिसर (Fake IPS Officer) का काला चिट्ठा क्या है?

राजस्थान में नकली आईपीएस ऑफिसर का हुआ खुलासा

राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी में फर्जी सब इंस्पेक्टर (Fake IPS Officer) बनकर ट्रेनिंग करने वाली चालबाज मोना बुगालिया पुलिस की गिरफ्त में आ गई है। पुलिस ने उसे सीकर से पकड़ा है। वह वहां किराए के मकान में रह रही थी। काफी समय से वहां से फरार चल रही थी। मोना की चालबाजी देखकर पुलिस भी हैरान है। वह कितनी शातिर लड़की है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने पूरे पुलिस सिस्टम को बेवकूफ बना दिया।

फर्जी सब इंस्पेक्टर बनकर ली ट्रेनिंग

पुलिस के मुताबिक मोना बुगालिया फर्जी (Fake IPS Officer) सब इंस्पेक्टर बनकर RPA की ट्रेनिंग कर रही थी। वह RPA में SI बैच नंबर 48 से सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग कर रही थी। लेकिन एक दिन मोना का राज खुल गया। ट्रेनिंग कर रहे कुछ प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टरों को उस पर शक हुआ तो उन्होंने अफसरों को इसकी जानकारी दी। मोना बुगालिया उर्फ ​​मूली देवी की करतूत का खुलासा होते ही वह फरार हो गई। इस पर उसके खिलाफ सितंबर 2023 में जयपुर के शास्त्री नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन वह पकड़ में नहीं आई।

वर्दी के दम पर लोगों को भी धमकाती थी


राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में एसआई के पद पर कार्यरत मोना करीब दो साल से लोगों को डराने-धमकाने का काम कर रही थी। जांच में सामने आया है कि वह वॉट्सऐप कॉल के जरिए लोगों को धमकाती थी। थानाधिकारी यादव का कहना है कि मोना ने एसआई भर्ती के लिए परीक्षा दी लेकिन पास नहीं हुई। फिर भी उसने सोशल मीडिया के जरिए अपने चयन की अफवाह फैला दी।

वर्दी में अफसरों के साथ फोटो खिंचवाती थी

इसके बाद मोना ने फर्जी तरीके से आरपीए में एसआई की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। वह लोगों को डराने के लिए वर्दी में फोटो खिंचवाती थी। इसके साथ ही वह आरपीए में आईपीएस (Fake IPS Officer), आरपीएस और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ फोटो खिंचवाती थी। ताकि लोगों को लगे कि वह वाकई एसआई है। वह सीकर के लोगों को वॉट्सऐप कॉल के जरिए धमकाती थी। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा तो वहां पुलिस की वर्दी, बिल्ला, पहचान पत्र और बेल्ट बरामद हुई।

सहकर्मी को धमकाया तो सामने आई सच्चाई

दरअसल उस समय ट्रेनिंग ले रहे एसआई का एक वॉट्सऐप ग्रुप बना हुआ था। इसमें मोना भी शामिल हो गई थी। इस वॉट्सऐप ग्रुप पर मोना ने सहकर्मी को धमकाया था। जब उसकी सहकर्मी ने पुलिस अकादमी के अधिकारियों से शिकायत की तो पता चला कि उस बैच में मोना नाम की कोई एसआई ही नहीं है। नकली आईपीएस ऑफिसर (Fake IPS Officer) बनने के मामले का खुलासा होने पर आरपीए प्रशासन ने शास्त्री नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद से पुलिस मोना की तलाश कर रही थी।

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