Hospital: दिल्ली के आनंद विहार इलाके में शनिवार सुबह एक निजी अस्पताल में आग लगने की भयावह घटना सामने आई है। इस हादसे में अस्पताल (Hospital) के एक स्टाफ मेंबर की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि सभी मरीजों को खिड़कियों के शीशे तोड़कर सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया। घटना ने एक बार फिर राजधानी के अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना दिल्ली के आनंद विहार स्थित कोस्मोस स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल (Hospital) में सुबह करीब 5 बजे हुई। आग अस्पताल की दूसरी और तीसरी मंजिल पर लगी, जहां कई मरीज भर्ती थे। देखते ही देखते धुआं पूरे वार्ड में फैल गया, जिससे घबराहट का माहौल बन गया। मौके पर पहुंची दमकल की कई गाड़ियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। धुआं ज्यादा होने के कारण दमकलकर्मी और अस्पताल स्टाफ ने खिड़कियों के शीशे तोड़े और मरीजों को बाहर निकाला।
कुल 11 मरीजों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन एक स्टाफ मेंबर की दम घुटने से मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने मृतक के परिवार को हर संभव मदद देने की बात कही है।
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कैसे लगी आग?
फायर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने का कारण प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट हो सकता है। हालांकि, सटीक वजह का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है।
इस हादसे (Hospital) के बाद शाहदरा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया, जिससे बड़ी जानमाल की हानि टल गई। दिल्ली फायर सर्विस ने सभी अस्पतालों को आग से बचाव के उपकरणों और निकास मार्ग (फायर एग्जिट) की समय-समय पर जांच करने की सलाह दी है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
राजधानी दिल्ली में इससे पहले भी कई अस्पतालों (Hospital) में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। अक्सर इनमें देखा गया है कि आग बुझाने के उपकरण या तो काम नहीं कर रहे होते या फिर इमरजेंसी निकास मार्ग अवरुद्ध होते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अस्पतालों को फायर ड्रिल नियमित रूप से करनी चाहिए ताकि स्टाफ को आपात स्थिति में सही कदम उठाने की ट्रेनिंग हो।
यह हादसा एक चेतावनी है कि जब तक सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन नहीं होगा, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे। लोगों की जान बचाने वाले स्थानों को ही अगर सुरक्षा के लिहाज से उपेक्षित रखा जाएगा, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
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