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एक ही शख्स को 30 बार सांप ने डसा और हर बार मिला 4 लाख मुआवजा, मामला जान पकड़ लेंगे अपना माथा

A-Single-Person-Was-Bitten-By-A-Snake-30-Times-And-Each-Time-He-Got-Rs-4-Lakh-Compensation-You-Will-Be-Shocked-To-Know-The-Case
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Snake: कहते हैं कि अगर सांप (Snake) किसी को एक बार काट ले तो उसकी मौत हो जाती है लेकिन यहां एक अजीब खेल हुआ है जहां लोग सांप के काटने से अमीर बन रहे हैं. तो चलिए आगे जानते हैं कि कौन है और कहां का है ये शख्स जिसे 30 बार सांप ने काटा और हर बार चार लाख रुपए मुआवजा मिला?

Snake डसने से हुआ मालामाल

Snake Bite Made Him Rich

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के केवलारी में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां रमेश नाम के व्यक्ति को 30 बार सांप ने डसा, जिसके बाद सरकारी रिकॉर्ड में उसे मृत दिखा दिया गया. राम नाम के एक व्यक्ति को 19 बार सांप (Snake) ने काटा और उसे भी मृत दिखा दिया गया. इसके अलावा 47 लोगों को मृत दिखाकर 11 करोड़, 34 लाख रुपए का गबन किया गया। आपको बता दें कि सांप के काटने से मौत होने पर सरकार 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देती है.

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1 करोड़ 20 लाख का गबन

जांच में पता चला है कि बिना मृत्यु प्रमाण पत्र, पुलिस वेरिफिकेशन और पीएम रिपोर्ट के ही मृत व्यक्तियों के नाम पर बिल पास किए जा रहे थे। दरअसल, मप्र सरकार सांप के काटने से मौत होने पर 4 लाख रुपए का मुआवजा देती है. रमेश नाम के एक व्यक्ति को अलग-अलग दस्तावेजों में 30 बार मृत घोषित किया गया। वो भी हर बार सांप (Snake) के काटने से. ऐसा करके भ्रष्ट अधिकारियों ने 1 करोड़ 20 लाख रुपए का गबन कर लिया. इतना ही नहीं रामकुमार नाम के व्यक्ति को सरकारी दस्तावेजों में 19 बार मृत दिखाया गया.

यह घोटाला साल 2019 में शुरू हुआ और 2022 तक चलता रहा, यानी कि कमल नाथ सरकार में शुरू हुआ भ्रष्टाचार का सिलसिला शिवराज सरकार तक जारी रहा.

अभी तक किन-किन पर हुआ एक्शन?

जबलपुर के वित्त एवं कोषालय विभाग ने अपनी जांच में पाया कि सिवनी के केवलारी में सर्पदंश के नाम पर घोटाला हुआ है। इस मामले में 46 अधिकारी-कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है. इनमें 6 तहसीलदार और एक एसडीएम अमित सिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। साथ ही सहायक ग्रेड-3 अधिकारी सचिन सहायक को मुख्य आरोपी बनाया गया है. सांप काटने का (Snake) यह घोटाला वर्ष 2019 से 2022 तक चला। इस घोटाले को मृत व्यक्ति के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अंजाम दिया गया।

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