Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए (Pahalgam Attack) हमले ने लोगों को हिला के रख दिया है. गर्मियों में कश्मीर घूमने का पर्यटकों का सपना, सपना ही रह गया. हमले के बाद घाटी को लेकर सुरक्षा चिंताएं एक बार फिर बढ़ गई हैं.
वहीं, अब टूरिस्ट कश्मीर के बजाए इन जगहों को चुन रहे हैं. आइये आगे जानते हैं कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीर छोड़कर पर्यटक कहां जा रहे हैं?
पूरा पर्यटन क्षेत्र संकट में
पिछले कुछ सालों में कश्मीर में पर्यटन ने अनुच्छेद 370 हटने और कोविड के बाद जबरदस्त वापसी की है. 2024 में 2.35 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर घूमने आए, जो पिछले साल से ज्यादा था. अप्रैल-मई के दौरान होटल, हाउसबोट और गेस्ट हाउस पूरी तरह से बुक हो गए थे और श्रीनगर के लिए फ्लाइट बुकिंग में 50-100 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी. लेकिन पहलगाम अटैक (Pahalgam Attack) के बाद अब पूरा पर्यटन क्षेत्र संकट में दिख रहा है.
कश्मीर की बजाय यहां बुकिंग करा रहे हैं पर्यटक
पिछले मंगलवार यानि 22 अप्रैल को पालम के बैसरन घाटी में हुए (Pahalgam Attack) में 26 लोगों की जान चली गई थी. इस घटना पर भारत सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी. घाटी में हुए इस हमले के बाद पर्यटक डरे हुए हैं और लगातार बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। अब पर्यटक कश्मीर की बजाय हिमाचल और उत्तराखंड की ओर रुख कर रहे हैं. सबसे ज्यादा बुकिंग मनाली, धर्मशाला, शामिला, डलहौजी, स्पीति, घाटी, केरल और उत्तराखंड में हो रही है.
अमरनाथ यात्रा पर भी दिखा असर
अमरनाथ यात्रा जुलाई के महीने में होनी है. इसका मार्ग भी पहलगाम से होकर जाता है. पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ यात्रा के लिए अपनी बुकिंग रद्द करवानी शुरू कर दी है. बुकिंग तेजी से रद्द होने से ट्रैवल एजेंसियां भी परेशान हैं. वहीं, दो दिन से श्रीनगर से मुंबई और दिल्ली का किराया बढ़ गया है. एयरलाइंस कंपनियां 9 हजार रुपए से ज्यादा किराया वसूल रही हैं, जो सामान्य से ज्यादा है।
कोई कैंसिलेशन चार्ज न लिया जाए
पहलगाम अटैक (Pahalgam Attack) के बाद सरकार ने स्थिति को देखते हुए तत्काल कदम उठाए हैं. विमानन मंत्रालय ने एयरलाइनों से श्रीनगर से अतिरिक्त उड़ानें चलाने और किसी भी पर्यटक से रद्दीकरण शुल्क न लेने को कहा है. दिल्ली और मुंबई के लिए चार विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं और जरूरत पड़ने पर और उड़ानें स्टैंडबाय पर रहेंगी. नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइन्स कंपनियों के साथ बैठक की और सख्त निर्देश दिए कि टिकट के दाम नहीं बढ़ाए जाएं और यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाए।