Alexa : आज के दौर में कईं इलेक्ट्रिक उपकरण आ गए है जो मनोरंजन के क्षेत्र में भी काम कर रहे है। ऐसा ही अमेजन का एक डिजिटल वॉयस असिस्टेंट एलेक्सा (Alexa) है। यह सूचनाओं तक पहुंचने और संगत उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए आपके व्यक्तिगत वॉयस असिस्टेंट के रूप में काम करता है। यह आपके सवालों का जवाब दे सकता है।
यह आपके लिए वीडियो चला सकता है। यह कमरे की लाइट बंद कर सकता है। यह आपकी इच्छानुसार अलार्म भी सेट कर सकता है। लेकिन इस तकनीकी उपकरण से किसी ने सोचा नहीं था की किसी इंसान की जान भी बचाई जा सकती है।
डिजिटल उपकरण Alexa ने बचाई जान
जी हा, ये हैरान करने वाला मामला उत्तरप्रदेश के बस्ती से आया है। जहां से इस एलेक्सा की मदद से एक बच्ची की जान बचाई जा सकी है। बस्ती शहर की आवास विकास कॉलोनी में 13 वर्षीय निकिता ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है।
निकिता ने अपनी होशियारी और एलेक्सा (Alexa) कि मदद से ना सिर्फ अपनी और मासूम की जान बचाई बल्कि सभी बेटियों के लिए एक मिसाल भी कायम की कि आधुनिक उपकरणों का सही इस्तेमाल कर किसी भी चुनौती से पार पाया जा सकता है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मामला ये है कि बस्ती कि आवास विकास कॉलोनी में पार्क के पास स्थित अपनी बहन के घर गई निकिता अपनी 15 महीने की भतीजी वामिका के साथ खेल रही थी। दोनों पहली मंजिल पर किचन के पास सोफे पर बैठी थीं।
घर के बाकी लोग दूसरे कमरों में थे। तभी बंदरों का झुंड अंदर घुस आया। वह किचन में जाकर बर्तन और खाने का सामान फेंकने लगा। अचानक पास में बंदर को उत्पात मचाते देख दोनों बच्चियां डर गईं।
13 वर्षीय निकिता की सूझबूझ से बची जान
इतना ही नहीं इस दौरान बंदर कई बार उनकी तरफ दौड़ा। तभी निकिता की नजर फ्रिज पर रखी एलेक्सा (Alexa) डिवाइस पर गई और उसने तुरंत कहा, एलेक्सा (Alexa) कुत्ते की आवाज निकालो। वॉयस कमांड मिलते ही एलेक्सा कुत्ते की तरह जोर-जोर से भौंकने लगी।
कुत्ते के भौंकने की आवाज सुनकर बंदर तेजी से बाहर भाग गया। परिवार के सदस्य पंकज ओझा कहते हैं कि एलेक्सा (Alexa) का इतने बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने कभी इस बारे में नहीं सोचा था।
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने दिया ऑफर
The dominant question of our era is whether we will become slaves or masters of technology.
The story of this young girl provides comfort that technology will always be an ENABLER of human ingenuity.
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने निकिता कि काफी सराहना कि है। उन्होंने 13 वर्षीय निकिता को अपनी कंपनी में नौकरी का ऑफर दिया है। आनंद महिंद्रा ने निकिता की तत्परता और सूझबूझ की तारीफ की। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी इस बारे में लिखा था।
निकिता की कहानी से ऐसा लगता है कि एलेक्सा (Alexa) जैसी तकनीक तकनीक हमेशा इंसान की जिंदगी को आसान बनाने का काम करती रहेगी। निकिता की सूझबूझ तारीफ के काबिल है।