Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। जिसे हिंदुओं का नरसंहार भी माना जा रहा है। अब इस मामले की जांच में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले की जांच एनआईए कर रही है। इस घटना के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इसके बाद भारत की सेनाओं ने इस हमले के गुनहगारों को सजा देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर रखा है। इन सब के बीच अब एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के तार अमेरिका से जुड़े हुए हैं। तो आइए जानते हैं क्या है पूरा माजरा…..
पहलगाम हमले के अमेरिका से जुड़े तार
दरअसल हाल ही में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) की साजिश के तार अमेरिका से जुड़ते नजर आ रहे है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पहलगाम में आतंकवादी हमले से करीब दो महीने पहले एक अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी से बड़े पैमाने पर पहलगाम और उसके आसपास के इलाकों की हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरें ऑर्डर की गई थी। आमतौर पर इतना ज्यादा ऑर्डर कभी नहीं मिलता है। कंपनी से मिली जानकारी के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे 2 से 22 फरवरी के बीच इस इलाके की तस्वीरों के 12 ऑर्डर आए। जबकि सामान्य तौर पर ऐसे ऑर्डर बहुत कम मिलते है। मैक्सार पाकिस्तान की एक कंपनी बिजनेस सिस्टम्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (बीएसआई) के साथ साझेदारी में काम करती है। आपको बता दें, यह कंपनी अमेरिका में कई आपराधिक मामलों में भी शामिल रही है।
यह भी पढ़ें: India-Pak News: भारत-पाक बॉर्डर पर जोरदार गोलीबारी! हिमाचल का वीर जवान शहीद, CM सुखविंदर सिंह ने जताया गहरा दुख
बीएसआई से जुड़े तार
हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि ये ऑर्डर बीएसआई ने दिए थे या नहीं। मीडिया रिपोर्ट में रक्षा विशेषज्ञों और तकनीक के एक्सपर्ट्स का कहना है कि पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) की जांच में इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसमें एक और अहम बात यह है कि बीएसआई के संस्थापक उबैदुल्लाह सईद का इतिहास आपराधिक रहा है। सईद को अमेरिकी कोर्ट ने पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग को अवैध रूप से हाईटेक कंप्यूटर उपकरण और सॉफ्टवेयर निर्यात करने के लिए एक साल की सजा सुनाई थी।
मैक्सार की सर्विस लेने वाले एक सूत्र के हवाले से लिखा है कि यह चिंता की बात है। मैक्सार ने बिना जांच के एक पाकिस्तानी कंपनी के साथ कैसे साझेदारी कर ली। भारत सरकार को ऐसी सैटेलाइनट इमेजिंग कंपनियों पर दवाब डालना चाहिए कि वे पाकिस्तान के साथ काम करना बंद करें।
इन जगहों की भी मंगाई गई थी तस्वीर
मैक्सार कंपनी की वेबसाइट के मुताबकि उससे पहलगाम के अलावा पुलवामा, अनंतनाग, पुंछ, राजौरी और बारामूला के जैसे संवेदनशील इलाकों की तस्वीरें भी मंगाई गई थी। इन तस्वीरों की कीमत तीन लाख रुपये से शुरू होती है. ये कीमत रिजॉल्यूशन के आधार पर बढ़ती जाती है।
यह भी पढ़ें: तिलक लगाया, आंसुओं से विदा किया… छुट्टियां छोड़ सरहद पर दौड़े भारत के सच्चे सपूत,आंखें नम कर देगा ये मंजर!