Indian Army: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत अपनी रक्षा प्रणाली को और मजबूत कर रहा है। इसी कड़ी में भारतीय सेना (Indian Army) ने 15,000 फीट की ऊंचाई पर ‘आकाश प्राइम’ वायु रक्षा प्रणाली का सफल परीक्षण किया है. यह प्रणाली दुश्मन के लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही नष्ट करने में सक्षम है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान, चीन और तुर्की जैसे देशों की किसी भी हवाई चुनौती का मुँहतोड़ जवाब देना है.
सेना द्वारा किया परीक्षण
आकाश प्राइम का सफल परीक्षण: लद्दाख में 15,000 फीट की ऊंचाई पर एयर डिफेंस ट्रायल ; क्यों है ये अहमhttps://t.co/GiDSZymWty pic.twitter.com/9xDHGiTtXL
— प्रेम कुमार सनातनी (@premtyagi1949) July 17, 2025
यह परीक्षण लद्दाख क्षेत्र में 15,000 फीट से अधिक की ऊँचाई पर किया गया. भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया, जिसने इस प्रणाली को विकसित किया है. परीक्षण के दौरान, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने बहुत तेज़ गति से उड़ रहे हवाई लक्ष्यों पर सीधा प्रहार किया. यह परीक्षण बहुत ऊँचाई वाले क्षेत्र में किया गया. आकाश प्राइम प्रणाली अब भारतीय सेना की वायु रक्षा की तीसरी और चौथी इकाई (रेजिमेंट) का हिस्सा बन जाएगी।
इसका मतलब यह है कि अब इस नई प्रणाली को सेना की दो और इकाइयों में शामिल किया जाएगा ताकि दुश्मन के हवाई हमलों से बेहतर सुरक्षा प्रदान की जा सके।
भारत के बड़े प्रयास का हिस्सा
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, इस प्रणाली ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. उस समय, इस प्रणाली ने पाकिस्तानी सेना द्वारा चीनी विमानों और तुर्की ड्रोनों के ज़रिए किए गए हवाई हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया था. आकाश प्राइम प्रणाली रक्षा प्रौद्योगिकी में, विशेषकर वायु रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में, आत्मनिर्भर बनने के भारत के बड़े प्रयास का हिस्सा है. अधिकारियों ने बताया कि स्वदेशी तौर पर विकसित आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली पश्चिमी सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान द्वारा किए गए कई ड्रोन हमलों को विफल करने में बहुत मददगार साबित हुई है.
पाक की हालत खराब
स्वदेशी आकाश वायु रक्षा प्रणाली एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जिसे हवाई खतरों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह प्रणाली सैन्य इकाइयों और उनके ठिकानों की सुरक्षा कर सकती है। इसमें उन्नत रीयल-टाइम मल्टी-सेंसर डेटा प्रोसेसिंग और ख़तरा आकलन क्षमताएँ हैं, जिससे यह एक ही समय में कई दिशाओं से आने वाले कई लक्ष्यों की पहचान करके उन पर हमला कर सकती है. भारतीय सेना (Indian Army) और वायु सेना दोनों ने इस आकाश प्रणाली को पाकिस्तान सीमा के पास बड़े पैमाने पर तैनात किया है, जिससे भारत की वायु रक्षा प्रणाली और मजबूत हुई है।
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