Atul Subhash : बेंगलुरु में रहने वाले एआई सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष (Atul Subhash) के सुसाइड केस को जानकर देश का हर नागरिक स्तब्ध है। मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। अतुल के भाई की शिकायत पर बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया समेत 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस बीच अतुल के बारे में ऐसी जानकारी सामने आई है, जिससे पता चलता है कि वह एक महीने पहले से ही सुसाइड करने की तैयारी कर रहा था। उसकी (Atul Subhash) एक चेकलिस्ट मिली है, जिसमें चौंकाने वाली बातें नजर आईं।
Atul Subhash ने सुसाइड से पहले बनाई चेकलिस्ट
अतुल (Atul Subhash) को पत्नी की प्रताड़ना, सास के ताने, बेटे से ना मिलने का गम, कोर्ट रूम में जज साहिबा की हंसी और फर्जी केस का सामना करना पड़ा था। इसी से आहत होकर अतुल ने मौत को गले लगा लिया था। बेंगलुरु में काम करने वाले अतुल सुभाष ने अपनी मौत की तारीख पहले ही तय कर ली थी। मौत को गले लगाने से पहले अतुल ने निजी और पेशेवर जिम्मेदारियां निभाने का अपना वादा भी पूरा किया। 34 साल के इस युवक (Atul Subhash) ने अपने कमरे की दीवार पर एक चेकलिस्ट बना रखी थी। इसके साथ ही एक और कागज चिपका रखा था, ‘न्याय मिलना चाहिए’।
आत्महत्या से पहले कर दिए सारे काम पूरे
पत्नी के तानों और हरकतों से आहत अतुल (Atul Subhash) ने आत्महत्या करने से पहले ऑफिस, घर और परिवार के काम निपटाए। फिर उसने 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा। उसने 90 मिनट के वीडियो में अपनी दुखभरी कहानी सुनाई और कई सवालों को दुनिया के सामने छोड़कर चला गया। आपको बता दें कि मरने से पहले अतुल ने एक बोर्ड पर दो कागज चिपकाए थे।
एक कागज पर अतुल ने उन सभी कामों का जिक्र किया था। जो उसे अपनी जिंदगी खत्म करने से पहले करने थे। इसमें नहाना, गेट बंद करना, कार-बाइक की चाबी फ्रिज पर रखना, 108 बार भगवान शिव का नाम लेना, हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट-वकील को मेल भेजना, सुसाइड नोट और वीडियो को ग्रुप में भेजना और अपलोड करना, सभी का बकाया चुकाना आदि शामिल है।
चेकलिस्ट को पूरा कर मौत को लगाया लगे
इसके अलावा अतुल (Atul Subhash) ने बोर्ड पर एक और कागज चिपकाया था, जिस पर लिखा था- ‘न्याय मिलना चाहिए’। चेकलिस्ट में एक कॉलम था, जिसमें किए जाने वाले कामों को चेक किया जा सकता था। इसमें से कुछ काम पूरे हो चुके थे और उन्हें अलग से दिखाया गया था। अतुल के और भी कुछ काम थे जैसे पैसे सुरक्षित रखना, ऑफिस का काम पूरा करना, कानूनी तैयारियां करना, सभी संचार एकत्र करना और डेटा का बैकअप लेना आदि शामिल थे।
सुभाष ने इन सभी चेक लिस्ट को बनाने में बहुत सावधानी बरती थी। अतुल सुभाष (Atul Subhash) के सुसाइड नोट से पता चलता है कि उन्हें यह तय करने में समय लगा कि उनकी सभी लंबित जिम्मेदारियां अब खत्म हो गई हैं।
सुभाष की पत्नी पर दर्ज हुआ केस
अतुल सुभाष (Atul Subhash) ने लिखा है कि उन्हें यह काम पूरा करने में कुछ महीने लग गए, सरकारी दफ्तरों में काम बहुत धीमी गति से होता है और इस वजह से उन्हें आत्महत्या करने में देरी हुई है। आपको बता दें कि सुभाष की मौत के बाद उनकी पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। सुभाष (Atul Subhash) की पत्नी निकिता सिंघानिया जौनपुर की रहने वाली हैं।
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