Siddheshwar Mandir : सावन के चौथे सोमवार की सुबह बिहार के जहानाबाद में बड़ा हादसा हो गया. यहां के जहानाबाद-मखदुमपुर में स्थित प्रसिद्ध सिद्धेश्वर मंदिर (Siddheshwar Mandir) में पूजा के लिए भारी भरकम भीड़ आई थीं, जहां पर भगदड़ मच गई. इसमें 7 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. बाबा सिद्धे वाल्लर का जलाभिषेक करने के लिए इस मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं. भीड़ की धक्का-मुक्की से रेलिंग टूट गई और ये हादसा हो गया. मृतकों में 5 महिलाएं और 2 पुरुष हैं. जगह पर राहत कार्य चल रहा है. यह मंदिर क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है.
बिहार के प्रसिद्ध शिव मंदिर में मची भगदड़
पुलिस के मुताबिक सावन के चौथे सोमवार के अवसर पर शिवजी (Siddheshwar Mandir) को जल चढ़ाने के लिए मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते पर भगदड़ मच गई. इस दौरान लाइन में समर्थकों की धक्का-मुक्की से रेलिंग टूट गई. जिसके बाद यह हादसा हो गया. भगदड़ की जानकारी मिलते ही पुलिस मंदिर में पहुंची. पुलिस मृतकों की पहचान करने में लगी है. जहानाबाद में मीडिया के अनुसार अब तक सात लोगों की मौत की खबर है. जबकि 16 लोग घायल हो चुके हैं. मृतक के शव भेज दिया गया है.
जहानाबाद स्थित सिद्धेश्वर मंदिर में भारी भीड़ से मची भगदड़
वहीं, जहानाबाद की अलंकृता पांडे का कहना है कि इस घटना में अब तक सात लोगों की मौत हो गई है. पुलिस अधिकारी विकास कुमार ने कहा कि वह जल्द ही इस घटना के बारे में आधिकारिक बयान देंगे. सुरक्षा चूक की आशंका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि रविवार की रात को सबसे ज्यादा भीड़ होती है. तीन सोमवार के बाद ये चौथा सोमवार था. हम लोग जांच में थे और सिविल, मैजिस्ट्रिक, मेडिकल टीम की विशेषताएँ थीं. हादसा कैसे हुआ इसकी जांच के बाद ही आधिकारिक बयान दिया जाएगा. जो घायल हैं उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
7 लोगों की हुई मौत, 16 हुए घायल
शिखर पर स्थित अति प्राचीन गुफा में भगवान शिव का मंदिर है, जो कि सिद्धेश्वर मंदिर (Siddheshwar Mandir) के नाम से प्रसिद्ध है. पहाड़ी पर हरियाली के बीच बना यह मंदिर लोगों को सहज ही आकर्षित करता है. पहाड़ श्रृखंला की सबसे निचली चोटी पर स्थित सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए वैसे तो साल भर दर्शन होते हैं लेकिन सावन माह में यहां भीड़ बढ़ जाती है.
दर्शन के लिए लाखों की संख्या में आती है भीड़
इस मंदिर (Siddheshwar Mandir) में मगध के महान सम्राट अशोक के समय के चित्र मौजूद हैं जो कि ब्राह्मी लिपि में लिखे गए हैं. यह अभिलेख इस मंदिर के हजारों वर्षों के इतिहास का जीवंत साक्ष्य हैं. इसलिए शिव खंडों और ज़मीन के अलावा इतिहास में रुचि रखने वाले लोग भी यहां बड़े चाव से आते हैं. 100 फुट ऊंचाई की पहाड़ी और मगध साम्राज्य की भव्यता के कारण यह स्थान मगध का हिमालय कहलाता है. यह मंदिर (Siddheshwar Mandir) मंडल मुख्यालय से 30 किमी उत्तर-पूर्व में और जहानाबाद जिला मुख्यालय से 25 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है. यहां हर साल बानावर महोत्सव का भी आयोजन होता है. जिसमें लाखों की संख्या में लोग शामिल हैं.
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