BLA Army: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की घोषणा हो चुकी है। हालांकि, फिर भी दोनों देशों के बीच हालात गंभीर बने हुए हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान बलूचिस्तान में संघर्ष का सामना कर रहा है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना को धमकी दी है। इसके तहत बीएलए पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। इस बीच रविवार को बीएलए (BLA Army) ने भारत का साथ देने का ऐलान किया है।
बलूचिस्तान ने किया भारत का साथ देने का एलान
बीएलए ने यह कहा है कि अगर भारत पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता है तो बीएलए उसके साथ खड़ा रहेगा। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA Army) ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं और हाल ही में पाकिस्तानी सेना और पुलिस के 39 ठिकानों पर हमला करने की जिम्मेदारी ली है। बीएलए पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी के लिए लड़ रहा है। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सैन्य और पुलिस ठिकानों पर हमला करना इसके मुख्य लक्ष्यों में से एक है।
BLA Army ने बनाया पाकिस्तानी आर्मी को निशाना
बीएलए (BLA Army) ने हाल ही में क्वेटा और पंजगुर जैसे इलाकों में स्थानीय पुलिस स्टेशनों, सैन्य काफिलों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है। बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की सेना और पुलिस को कमजोर करना है ताकि वे अपनी आजादी की दिशा में बड़ा कदम उठा सकें।
पाकिस्तान से अलग होना चाहता है बलूचिस्तान
बलूचिस्तान (BLA Army) पर पाकिस्तान द्वारा भेदभाव, सैन्य दमन और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया जाता रहा है। बलूचों का कहना है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया है। लेकिन वहां की स्थानीय आबादी को इन संसाधनों से कोई फायदा नहीं हुआ है। यही वजह है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान से आजादी की मांग की जा रही है और इसका नेतृत्व बीएलए कर रहा है।
पाकिस्तान का 46 प्रतिशत है बलूचिस्तान
बलूचिस्तान (BLA Army) का क्षेत्रफल कुल पाकिस्तान का 46 प्रतिशत है। हालांकि, यहां की आबादी 1.5 करोड़ है जो पाकिस्तान की कुल आबादी का सिर्फ 6% है। बलूचिस्तान में 70% लोग गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं। इसके अलावा बलूच (BLA Army) मूल के लोगों को पाकिस्तान के मुसलमानों खासकर पंजाब क्षेत्र के मुसलमानों द्वारा भेदभाव का भी सामना करना पड़ता है। पाकिस्तानी सेना में शीर्ष पदों पर बलूच लोगों को कभी नियुक्त नहीं किया जाता।