Terrorists: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी (Terrorists) हमले को लेकर अब तक कई खुलासे किए गए हैं. हालांकि आरोपियों के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. अब इस हमले को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आतंकियों ने बैसरन घाटी में मौजूद टूरिस्टों की हत्या के बाद जश्न मनाया था, इसके लिए उन्होंने हवाई फायरिंग की थी. इसका खुलासा मुख्य चश्मदीद ने किया है.
इसने खोली पोल
Big breakthrough in Pahalgam terror attack case.
The NIA has arrested two local facilitators involved in the brutal attack on tourists. Their interrogation has helped identify the three Lashkar-e-Taiba (LeT) terrorists behind the assault.
The hand of Pakistan-backed terror in… pic.twitter.com/zYRYYQxJyw
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 15, 2025
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक प्रत्यक्षदर्शी ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या के बाद ‘जश्न’ में बंदूकधारियों को हवा में चार राउंड गोलियां चलाते देखा था। यह पता चला है कि ‘स्टार संरक्षित गवाह’, जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की मदद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा ट्रैक किया गया था, ने हमले के कुछ ही मिनटों बाद बैसरन घाटी में तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों (Terrorists) का सामना किया था।
हमले के बाद मनाया जश्न
Pahalgam attack: 12 tourists injured. 1 dead. Casualties likely to rise.
Eyewitness says terrorist checked religion (Non-Muslim) before shooting.
PM calls HM Amit Shah and asks him to take immediate measures including visit to site. Urgent meeting called at HM residence pic.twitter.com/lITGOfhs2A
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) April 22, 2025
स्टार प्रोटेक्टेड गवाह के खुलासे के बाद एनआईए उस जगह पहुँची जहाँ आतंकियों (Terrorists) ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर जश्न मनाया था। इस दौरान टीम को वहाँ से 4 इस्तेमाल किए हुए कारतूस बरामद हुए। गवाह ने जाँच टीम को बताया कि आतंकियों की मदद परवेज़ और बशीर ने की थी, जिन्हें हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि वे हमलावरों के सामान की देखभाल कर रहे थे।
आतंकियों के कराया था खाना पैक
जांचकर्ताओं ने परवेज़ और बशीर से भी लंबी पूछताछ की है। उसके आधार पर अब उन्हें पता चल गया है कि हमले से पहले क्या हुआ था. केंद्रीय खुफिया एजेंसी के एक सूत्र ने बताया कि परवेज ने दावा किया है कि घटना से एक दिन पहले तीनों आतंकवादी (Terrorists) दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसके घर आए और खाना मांगा। वे हथियारबंद थे। उनकी पत्नी उन्हें खाना परोस रही थीं और वे लगभग चार घंटे तक बैसारण में सुरक्षा व्यवस्था, पर्यटन स्थलों, रास्तों और समय-सारिणी के बारे में पूछते रहे. जाने से पहले उन्होंने परवेज की पत्नी से कुछ मसाले और कच्चे चावल पैक करने को कहा और परिवार को 500 रुपये के पांच नोट दिए।
सूत्रों ने बताया कि हमलावरों में से एक की पहचान सुलेमान शाह के रूप में हुई है, जो पिछले साल 20 अक्टूबर को श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही एक कंपनी के सात कर्मचारियों की हत्या में शामिल था।
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