Ajmer News: राजस्थान के अजमेर (Ajmer News) में डॉक्टरों ने एक युवती को जीवनदान दिया है। जिसके बाद इलाके के लोग डॉक्टरों की खूब तारीफ कर रहे हैं। घटना अजमेर (Ajmer News) जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की है। जहां डॉक्टरों ने एक 20 साल की लड़की के पेट से 16 साल पुराना सिक्का निकाला है।
अजमेर में युवती के पेट से निकला गया सिक्का
राजस्थान के अजमेर (Ajmer News) जिले में एक एमआरआई टेक्नीशियन के पेट से सिक्का निकालने का मामला सामने आया है। युवती ने 4 साल की उम्र में खेलते समय यह सिक्का निगल लिया था। लेकिन बच्ची को इसके बारे में 16 साल बाद ड्यूटी के दौरान पता चला। पेट में खिंचाव महसूस होने पर एक्स-रे करवाया गया उसके बाद मामले का खुलासा हुआ। जेएलएन अस्पताल अजमेर (Ajmer News) में एंडोस्कोपी मशीन से सिक्का निकाला गया। इसमें करीब 30 मिनट का समय लगा।
16 साल बाद युवती के सामने आया मामला
डॉक्टरों का कहना है कि अजमेर (Ajmer News) में इस तरह का यह पहला मामला है। उनके अनुसार अगर सिक्का लंबे समय तक अंदर रहे तो पेट में अल्सर हो जाता है और आंतों में घाव हो सकता है। जेएलएन अस्पताल प्राचार्य डॉ. अनिल सामरिया ने बताया कि बच्ची के परिजनों ने बताया कि 4 साल की उम्र में खेलते समय उसने सिक्का निगल लिया था और जब उसे कोई परेशानी नहीं थी। अब जब पेट में खिंचाव हुआ तो युवती और उसके परिजनों ने डॉक्टर्स को दिखाया।
डॉक्टर्स ने निःशुल्क 30 मिनट में किया ऑपरेशन
अजमेर (Ajmer News) हॉस्पिटल के विभागाध्यक्ष डॉ. एमपी शर्मा के मार्गदर्शन में टीम ने एंडोस्कोपी के जरिए बच्ची के पेट से 16 साल पुराना एक रुपए का सिक्का निकाला। इस प्रक्रिया में करीब 30 मिनट का समय लगा। प्राइवेट में इसका खर्च करीब 25 हजार आता है। जेएलएन अस्पताल में मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के तहत यह प्रक्रिया नि:शुल्क की गई। गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. एमपी शर्मा ने बताया कि बच्ची के पेट में 16 साल से सिक्का पड़ा था। उस सिक्के को निकालना जटिल नहीं था लेकिन यह दुर्लभ मामला है।
लोगों के बीच हो रही डॉक्टर्स की तारीफ
डॉ. शर्मा ने बताया कि मरीज खुद एमआरआई टेक्नीशियन है। जब भी वह एमआरआई सेंटर के अंदर जाती थी तो उसके पेट में असामान्य हलचल होती थी और पेट में दर्द होने लगता था। इससे बच्ची के पेट में आंत फटने का डर रहता था। इसलिए अजमेर (Ajmer News) में मामला दुर्लभ है। अस्पताल में बच्चों द्वारा सिक्के या अन्य वस्तु निगलने के मामले आते रहते हैं। बच्ची के पेट से सिक्का निकाल लिया गया है। इसके लिए डॉक्टरों की टीम बधाई की पात्र है।